नई दिल्ली, एजेंसियां। संसद का आगामी मॉनसून सत्र 21 जुलाई 2025 से आरंभ होने की संभावना है। संसदीय कार्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के अनुसार, इस सत्र को लेकर तैयार प्रस्ताव राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भेज दिया गया है। प्रस्ताव में सत्र की अवधि 21 जुलाई से 12 अगस्त तक रखी गई है। इस बार का सत्र खासा हंगामेदार हो सकता है, खासकर हाल ही में संपन्न हुए ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के मुद्दों को लेकर। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि सरकार विपक्ष की ओर से नियमों के तहत यदि चर्चा की मांग की जाती है, तो वे इन मुद्दों पर संवाद के लिए तैयार हैं।
क्या है मामला !
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा ने राहुल गांधी के “नरेंदर सरेंडर” वाले बयान को सेना का अपमान करार दिया है, जबकि कांग्रेस पार्टी लगातार यह सवाल उठा रही है कि आतंकी हाफिज सईद और अजहर मसूद कहां हैं।विपक्षी दलों की ओर से संसद का विशेष सत्र बुलाने की भी मांग की जा रही है। बीते दिनों 16 विपक्षी पार्टियों ने एकजुट होकर इस संबंध में राष्ट्रपति को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने युद्ध विराम और आतंकी हमलों पर विस्तृत चर्चा की आवश्यकता बताई।