रांची, एजेंसियां। ईडी झारखंड के शराब सिंडिकेट को एक बार से घेरेगी। इसके लिए ईडी एक बार फिर पूछताछ करने की तैयारी में है। छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा ने 17 जनवरी को जिन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की है।
उनमें कई वैसे लोग भी शामिल हैं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले को तो अंजाम दिया ही, झारखंड में भी शराब व्यापार में सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
बता दें कि ईडी झारखंड में भी हुए शराब घोटाला की जांच कर रहा है। अब तक छानबीन के अनुसार, छत्तीसगढ़ के शराब सिंडिकेट ने झारखंड में भी बड़े पैमाने पर नकली होलोग्राम के जरिए शराब की बिक्री करवाई।
झारखंड में भी प्रिज्म होलोग्राफिक एंड फिल्म्स सिक्यूरिटीज प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने होलोग्राम की सप्लाई की थी। झारखंड में भी छत्तीसगढ़ के मॉडल पर ही नकली होलोग्राम की सप्लाई की गई थी।
झारखंड में नई शराब नीति के तहत शराब का कारोबार मई 2022 से शुरू हुआ था। नई शराब नीति के सलाहकार के रूप में अरुण पति त्रिपाठी को नियुक्त किया गया था। उनका नाम छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज हुई प्राथमिकी में भी है।
इसके साथ ही ‘प्रिज्म होलोग्राफिक एंड फिल्म्स सिक्यूरिटीज प्रा.लि. को पांच साल के लिए होलोग्राम छापने का ठेका दिया गया।
वहीं राज्य में मैनपावर सप्लाई करने का काम सुमित फैसिलिटीज को सौंपा गया था। इस तरह छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में फंसे लोग और कंपनियां झारखंड में भी शराब के व्यापार में स्थापित हो गए।
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में इस कंपनी की भूमिका उजागर होने से पहले तक झारखंड में इसके खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। जून-2023 में सरकार ने प्रिज्म होलोग्राफिक एंड फिल्म्स सिक्यूरिटीज प्राइवेट लिमिटेड से होलोग्राम छापने का काम वापस ले लिया गया।
अब इसे पूरे मामले में ईडी शराब सिंडिकेट की संलिप्तता की जांच करेगी।
इसे भी पढ़ें
अमेरिका में फिर गोलीबारी, मां-बहन और पत्नी को गोलियों से भूना, तीनों की मौत