धनबाद, आरा, एजेंसियां। झारखंड के झरिया से लेकर आरा तक ईडी पुंज सिंह को तलाश रही है।
शराब और बालू कारोबारी पुंज सिंह की गिरफ्तारी के लिए ईडी की अलग-अलग टीमों ने शनिवार को उसके धनबाद, झरिया व और बिहार के आरा स्थित आवास पर एक साथ छापेमारी की।
लेकिन पुंज सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता नहीं मिली। बता दें कि बिहार के चर्चित बालू घोटाले में धनबाद में ईडी का यह चौथा छापा है।
ईडी की टीम पुंज सिंह के मेमको मोड़ स्थित आवास और झरिया हेटलीबांध उसके भाई सतेंद्र सिंह के आवास पर सुबह छापेमारी शुरू की थी।
रविवार सुबह कर छापेमारी चली। ईडी को उसके घर से कई अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। छापेमारी में केंद्रीय सुरक्षा बल को रखा गया था।
किसी को भी आवास से बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। ईडी की टीम ने हेटलीबांध आवास में घुसते ही घर में मौजूद सभी लोगों का मोबाइल जब्त कर लिया।
परिवार के लोगों से पुंज सिंह के बारे में जानकारी ली। परिवार के लोग वह कहां है, इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दे सके।
मेमको मोड़ स्थित पुंज सिंह के आवास पर ईडी की टीम सुबह करीब छह बजे धमक गई थी। घर पर ताला लगा था।
ईडी की टीम ने सबसे पहले घर के परिसर में काम कर रहे मजदूरों को बुलाया। मजदूरों ने बताया कि एक पुजारी रोज घर में पूजा करने आते हैं, उनके पास चाबी है।
इसके बाद एड की टीम ने पुजारी को बुलाया और उनसे चाबी लेकर घर का दरवाजा खोला गया।
राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के करीबी कहे जाने वाले दानापुर निवासी बालू माफिया सुभाष यादव की गिरफ्तारी 160 करोड़ रुपये के बालू घोटाले में एक सप्ताह पूर्व ईडी की टीम ने की थी। पुंज सिंह सुभाष यादव का खास बताया जा रहा है।
अब तक बालू घोटाले में ब्राडसन कंपनी के प्रतिनिधि और धनबाद के कई व्यापारियों को ईडी पहले ही जेल भेज चुकी है।
धैया चनचनी कालोनी निवासी सुरेंद्र कुमार जिंदल, कासा सेलेट निवासी मिथिलेश सिंह, जय प्रकाश नगर निवासी बबन सिंह, जदयू एमएलसी राधा चरण सेठ, आदित्य मल्टीकाम कंपनी से जुड़े पालीटेक्निक निवासी जगनारायण सिंह व उनके पुत्र सतीश सिंह को ईडी जेल भेज चुकी है।
इसे भी पढ़ें