बाघमारा : ढुल्लू महतो का मजदूर से विधायक बनने का सफर संघर्ष से भरा हुआ है। भाजपा ने उन्हें धनबाद से लोकसभा प्रत्याशी बनाया है।
इससे पहले वे भाजपा के विधायक के रूप में क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल कर चुके हैं। उनके संघर्ष की बात करें तो एक मजदूर नेता के रूप में उनकी ख्याति है।
ढुल्लू महतो का जन्म 12 मई 1975 में हुआ। बाघमारा का चिटाही उनका पैतृक गांव है। उनके पिता का नाम पूना महतो , जबकि माता का नाम रुकवा महताइन है।
ढुल्लू महतो 12 वीं पास हैं। उनके पिता महेशपुर कोलियरी में मजदूर के रूप में कार्यरत थे। उनकी शादी बोकारो जिले की रहने वाली सावित्री देवी से हुई।
भाइयों में ढुल्लू महतो सबसे छोटे हैं। ढुल्लू महतो के मुताबिक राजनीति उन्हें विरासत में नहीं मिली है., बल्कि मजदूरों के अधिकार की लड़ाई के बदौलत वे इस मुकाम पर खड़े हैं।
ढुल्लू महतो पढ़ाई छोड़ने के बाद सेल जोगीडीह कोलियरी में काम करने लगे। उन दिनों मजदूरों को काफी प्रताड़ित किया जा रहा था। यहां मजदूरों की प्रताड़ना उनसे बर्दाश्त नहीं हुई।
जिसके बाद ढुल्लू महतो मजदूरों के हक और अधिकार की लड़ाई लड़ने लगे। देखते ही देखते मजदूरों के दिलों में वह राज करने लगे।
मजदूरों की लड़ाई में उन्हें इज्जत और शोहरत मिलनी शुरू हो गयी। वह लगातार आम लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को दूर करने लगे।
इसी क्रम में साल 1999 में वरिष्ठ नेता समरेश सिंह से उनकी मुलाकात हुई। समरेश सिंह ढुल्लू महतो के कार्यों से बेहद प्रभावित थे।
समरेश सिंह ने ही साल 2000 में ढुल्लू महतो को टाइगर का टाइटल दिया। इसके बाद उन्होंने टाइगर फोर्स नामक संस्था का गठन किया। बाद में इस संगठन की गूंज कोयलांचल में गूंजने लगी।
वर्ष 2004 में ढुल्लू ने निर्दलीय विधायक का चुनाव लड़ा और 25000 के आसपास वोट लाकर लोगों को चौंका दिया। वर्ष 2009 झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने ढुल्लू महतो को अपनी पार्टी से बाघमारा विधानसभा का टिकट दिया।
इस चुनाव में 56026 मतों से उन्होंने जीत हासिल की। अपने निकटतम प्रतिद्वंदी जलेश्वर महतो को उन्होंने हराया। इस तरह बाघमारा विधानसभा से पहली बार ढुल्लू महतो ने जीत हासिल की।
वर्ष 2014 में भाजपा ने ढुल्लू महतो को बाघमारा विधानसभा से टिकट देकर अपना उम्मीदवार बनाया। चुनाव में ढुल्लू महतो भी भाजपा की उम्मीदों पर खरे उतरे।
इस बार पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 86603 मत हासिल कर उन्होंने बाघमारा में कमल खिलाया।
वर्ष 2019 में फिर से भारतीय जनता पार्टी ने ढुल्लू महतो को बाघमारा विधानसभा से टिकट दिया। इस बार भी उन्होंने जीत हासिल की।
हालांकि इस बार मुकाबला कांटे का रहा। उन्हें 824 मतों के मामूली अंतर से जीत हासिल हुई। ढुल्लू महतो के ऊपर कई आरोप भी लगे।
जिसके लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा। लेकिन वह बेहद दृढ़ और निष्ठा के साथ खड़े रहे। जनता के साथ-साथ मजदूर वर्ग उन्हें मसीहा के रूप में जानता है।
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