मेन्टेनेंस पड़ रहा जेब पर भारी
मुंबई, एजेंसियां। भारत में मजबूत हाइब्रिड कारें इलेक्ट्रिक कारों का विकल्प साबित हो रही हैं। पिछले कुछ महीनों में हाइब्रिड कार खरीदारों के बीच नई पसंद बनकर उभरी हैं।
इसी वजह से आज के दौर में ऑटो मेकर कंपनियां भी हाइब्रिड टेक्नोलॉजी की ओर तेजी से स्विच कर रही हैं।
इसमें पेट्रोल इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर दोनों होती हैं। हाइब्रिड कार का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें फ्यूल की खपत कम होती है।
साथ ही यह नॉर्मल कार की तुलना में माइलेज भी ज्यादा देती है। यही वजह है कि यह टेक्नोलॉजी तेजी से पॉपुलर हो रही है।
मार्केट कर रहीं कैप्चर
दिलचस्प बात यह है कि वर्तमान में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार हाइब्रिड कारों की तुलना में कहीं अधिक है। फिर भी हाइब्रिड कारें तेजी से मार्केट को कैप्चर कर रही हैं।
कई विकल्प मौजूद
वर्ष 1999 में होंडा ने अमेरिका में पहली हाइब्रिड कार (HEV) का प्रोडक्शन किया था। आज के दौर में कार खरीदने वाले लोगों के पास SUV, पिकअप जैसे हाइब्रिड वाहनों में बहुत अधिक विकल्प हैं।
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