रांची। रांची के धुर्वा उप डाकघर से 2 करोड़, 52 लाख 45 हजार 200 रुपये की हेराफेरी मामले में सीबीआइ की रांची स्थित भ्रष्टाचार निरोधक शाखा में चार नामजद व अन्य अज्ञात लोकसेवक व निजी कर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। आरोपितों में चारों नामजद धुर्वा उप डाकघर से जुड़े पदाधिकारी हैं।
सीबीआइ ने वरीय डाक अधीक्षक की ओर से 14 दिसंबर 2023 को दर्ज शिकायत की अपने डीएसपी से आंतरिक सत्यापन कराई थी।
सत्यापन में खुलासा हुआ कि डाक एजेंट स्व. संतोष कुमार सिंह उप डाकघर के संबंधित आरोपित पदाधिकारियों की मिलीभगत से जालसाजी कर उक्त राशि की निकासी व हेराफेरी की थी।
इस संबंध में अलग-अलग ग्राहकों ने डाक विभाग में इसकी शिकायत की थी। सीबीआइ में दर्ज प्राथमिकी के अनुसंधानकर्ता एसीबी रांची के इंस्पेक्टर सुशील कुमार गुप्ता बनाए गए हैं।
डाक विभाग ने आंतरिक जांच में पाया कि ग्राहक सेल्फ चेक जमा किए, जिसकी राशि क्लियर होने के बाद उनके डाकघर के बैंक खाते में जमा हुई।
इसके बाद डाक विभाग के आरोपित पदाधिकारियों-कर्मियों ने ग्राहकों के फर्जी हस्ताक्षर से उक्त राशि की निकासी की और दूसरे बैंक खातों में उक्त राशि को हस्तांतरित कर दिया। डाकघर में फर्जी नाम-पते पर खाते खोले गए, जिसमें उक्त राशि हस्तांरित की गईं।
इस मामले में शशि भूषण स्वांसी, धुर्वा उप डाकघर, रांची, मार्शल कुजूर, डाक सहायक, धुर्वा उप डाकघर, रांची, रंजना शरण, डाक सहायक, धुर्वा उप डाकघर, रांची, प्रबुधन उरांव, डाक सहायक धुर्वा उप डाकघर, रांची, एवं अन्य अज्ञात लोगो के खिलाफ प्राथमिजी दर्ज की गई है।
आरोपियों ने यज्ञनारायण तिवारीके खाते से 30 लाख, प्रियंका शर्मा पति अनिल कुमार शर्मा के 18 लाख, सोमनाथ तिर्की व नीलम तिर्की, सेंबो बालालौंग के नौ लाख, नरेंद्र कुमार व स्मृति कुमारी, के 15 लाख, दीनानाथ शर्मा के आठ लाख, मुकेश टोप्पो के 23 लाख, कृष्ण कुमार सिंह के चार लाख, जगरोपन प्रसाद सिंह, के 8.80 लाख, अवधेश सिंह के 53 लाख एक हजार 200 रुपये, मोहम्मद हदी के पांच लाख, सोनू कुमार के 11.70 लाख, रामनरेश महतो के पांच लाख, विकास कुमार के 20 लाख, हेमा रानी, मनोज कुमार के 2.50 लाख, इंद्रासन प्रसाद के 15 लाख, प्रियंका शर्मा के 6.50 लाख, रामेश्वर महतो के 10 लाख, शिवांति देवी के 1.50 लाख एवं मधुरानी के खाते से 6.44 लाख रुपये हेराफेरी कर निकाल लिये।
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