स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है केस
नई दिल्ली, एजेंसियां। एडटेक कंपनी बायजूस और BCCI 158 करोड़ रुपए के बकाया से जुड़े विवाद को निपटाने के लिए सहमत हो गए हैं।
कंपनी के फाउंडर बायजू रवीन्द्रन के वकीलों ने 31 जुलाई को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) में इसकी जानकारी दी।
BCCI को ये पेमेंट 2 और 9 अगस्त को किश्तों में किया जाएगा। बायजू रवींद्रन के भाई रिजू ये पेमेंट करेंगे। रिजू कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारकों में से एक हैं।
ये मामला भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के लिए बायजूस की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और BCCI के बीच स्पॉन्सरशिप कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है।
बायजू ने साजिश रची, 500 मिलियन डॉलर चुराए
हालांकि, इस समझौते पर बायजूस के अमेरिका बेस्ड लेंडर्स ने सवाल उठाया है। इन लेंडर्स ने NCLAT से समझौते को स्वीकार नहीं करने के लिए कहा है। अमेरिकी लेंडर्स का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील मुकुल रोहतगी ने इसे ‘दागदार समझौता’ कहा है।
रोहतगी ने कहा कि इसका भुगतान ‘चोरी के पैसों’ से किया जा रहा है। जो व्यक्ति वेतन भी नहीं दे सकता, वह अचानक 150 करोड़ रुपए कैसे दे सकता है।
बायजू और रिजू ने साजिश रची और 500 मिलियन डॉलर चुराए। यह हमारा पैसा है जिसे इन लोगों ने निकाल लिया है।
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