न्यूयार्क, एजेंसियां। शॉ पुरस्कार फाउंडेशन ने अमेरिका में खगोल विज्ञान के भारतवंशी प्रोफेसर श्रीनिवास आर कुलकर्णी को एस्ट्रोनॉमी में शॉ पुरस्कार 2024 देने की घोषणा की।
उन्हें मिलीसेकंड पल्सर, गामा-रे विस्फोट, सुपरनोवा जैसी घटनाओं पर स्टडी करने के लिए जाना जाता है।
1978 में श्रीनिवास ने इंडियन इंस्टीट्यूफ ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री और कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से PhD की डिग्री ली थी।
2006 से 2018 तक कैलटेक ऑप्टिकल ऑब्जर्वेटरीज के डायरेक्टर के रूप में काम किया।
श्रीनिवास आर कुलकर्णी को यह अवॉर्ड 12 नवंबर 2024 को हांगकांग में आयोजित समारोह में दिया जाएगा।
श्रीनिवास के अलावा अमेरिका के स्वी ले थीन और स्टुअर्ट आर्किन को बायोलॉजी के लिए यह अवॉर्ड मिलेगा।
मैथमेटिक्स साइंस के लिए पीटर सरनाक को शॉ पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। 2002 में हांगकांग के रन रन शॉ ने इंटरनेशनल अवॉर्ड ‘शॉ पुरस्कार’ की शुरुआत की थी।
हर साल यह अवॉर्ड एस्ट्रोनॉमी, बायोलॉजी और मैथमेटिक्स साइंस की फील्ड में दिया जाता है।
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