नयी दिल्ली, एजेंसियां : मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिश के अनुसार देश में एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव का विरोध किया और कहा कि यह केंद्रीकृत तानाशाही राजनीतिक व्यवस्था की शुरुआत करेगा।
वामपंथी पार्टी के पोलित ब्यूरो ने एक बयान में सभी ‘‘लोकतांत्रिक संगठनों और नागरिकों’’ से एकजुट होकर इस ‘‘अलोकतांत्रिक प्रस्ताव’’ का विरोध करने की भी अपील की।
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