Tariff:
नई दिल्ली, एजेंसियां। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ की समय-सीमा में बदलाव के फैसले के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी देखी गई। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन बीएसई सेंसेक्स 100 अंक टूट गया, जबकि एनएसई निफ्टी 24450 के स्तर के आसपास कारोबार करता नजर आया। इस गिरावट का असर वैश्विक बाजारों में भी दिखा, जहां जापान का निक्केई 0.26%, कोरिया का कोस्पी 0.48%, और अमेरिका का नैस्डेक 100 फ्यूचर्स 0.42% तक फिसल गया। इसी तरह डाउ जोंस और एसएंडपी 500 में भी क्रमशः 0.32% और 0.39% की गिरावट देखी गई।
Tariff:घरेलू स्तर की बात करे तो
घरेलू स्तर पर इंडसइंड बैंक ने पहली तिमाही के कमजोर नतीजे पेश किए, जिसमें बैंक के लोन और डिपॉजिट में सालाना आधार पर 3% से ज्यादा गिरावट दर्ज हुई। हालांकि, बैंक ऑफ इंडिया ने बेहतर प्रदर्शन किया और उसके लोन में 11% तथा डिपॉजिट में 10% की बढ़त हुई। बाजार में कुछ स्टॉक्स ने सकारात्मक प्रदर्शन किया, जैसे गोदरेज कंज्यूमर के शेयर 5% और बोरोसिल रेन्यूएबल्स 4% चढ़े, वहीं एफएमसीजी सेक्टर में डाबर और एचयूएल के स्टॉक्स में 2-5% की मजबूती आई। क्रूड ऑयल की कीमतों में भी गिरावट दर्ज की गई, ओपेक+ देशों द्वारा उत्पादन बढ़ाने की मंजूरी के बाद कच्चे तेल में 1% की गिरावट हुई और अब इसका उत्पादन रोजाना 5.48 लाख बैरल से अधिक होगा।
Tariff:ट्रंप प्रशासन ने साफ कहा
ट्रंप प्रशासन ने साफ कहा है कि जिन देशों ने अमेरिका से व्यापार समझौता नहीं किया है, उन पर 1 अगस्त से नई टैरिफ दरें लागू होंगी। इस महीने कई कंपनियों के तिमाही नतीजे आने वाले हैं – 11 जुलाई को डीमार्ट, 14 जुलाई को एचसीएल टेक और 16 जुलाई को टेक महिंद्रा अपने परिणाम घोषित करेंगी, जिनका सीधा असर बाजार की चाल पर पड़ेगा।
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