Cloudburst in Mandi:
शिमला, एजेंसियां। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में मंगलवार सुबह बादल फटने से भारी तबाही मच गई। करसोग इलाके में तेज़ बारिश और अचानक आई बाढ़ ने कई घरों, पुलों और वाहनों को बहा दिया। इस घटना में 1 व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 12 से अधिक लोग लापता हैं। प्रशासन ने मंडी और कांगड़ा जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए हैं और बचाव कार्य जारी है।
Cloudburst in Mandi:प्रशासन के अनुसार
प्रशासन के अनुसार, कम से कम चार स्थानों पर बादल फटे हैं। बाढ़ के कारण 16 मेगावाट की पतिकारी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। पंडोह बांध के गेट खोलने के बाद व्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया, जिससे पंडोह बाजार को आधी रात को खाली कराना पड़ा। जेल रोड, मंडी में लैंडस्लाइडिंग से एक दर्जन से अधिक गाड़ियां दब गईं। धरमपुर सब-डिवीजन और सयाथी गांव से भी भूस्खलन और मकानों के मलबे में दबने की खबरें मिली हैं। रघुनाथ का पहाड़ गांव में बाढ़ में फंसे 12 लोगों को रातभर चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सुरक्षित निकाला गया।
Cloudburst in Mandi:लापता लोगों की तलाश जारी
स्थानीय प्रशासन और राहत टीमें मौके पर हैं। सरकार ने लापता लोगों की तलाश तेज़ कर दी है और बेघर हुए परिवारों को अस्थायी आश्रय उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और अधिक बारिश की चेतावनी दी है। यह प्राकृतिक आपदा राज्य के पर्वतीय इलाकों की संवेदनशीलता को उजागर करती है और भविष्य में आपदा प्रबंधन के मजबूत ढांचे की आवश्यकता को रेखांकित करती है।
इसे भी पढ़ें
Himachal flood: हिमाचल में 5 जगह बादल फटने से बाढ़, 5 लोगों की मौत