Corona cases increased :
नई दिल्ली, एजेंसियां। देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केसेज की संख्या 3783 पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट के मुताबिक 22 मई को भारत में 257 केस थे। 9 दिन में कोरोना के मामलों में लगभग 1300% की बढ़ोतरी हुई है। केरल में सबसे ज्यादा 1400 मामले हैं। वहीं महाराष्ट्र में 485 और दिल्ली में 436 एक्टिव केस हैं।
जनवरी 2025 से अब तक कोरोना से 28 मौतें हो चुकी हैं। यह जानकारी केंद्र सरकार ने जारी की है। इससे पहले 30 मई को सुबह 8 बजे तक सिर्फ 7 मौतों का आंकड़ा सामने आया था। ऐसे में बीते दो दिनों में देश के अंदर 21 लोगों की मौत दर्ज की गई।
Corona cases increased :3 डोज ले चुके व्यक्ति की मौतः
31 मई को बेंगलुरु में 63 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसे दोनों वैक्सीन के साथ बूस्टर डोज भी लगी थी। वहीं दिल्ली में 60 साल के बुजुर्ग की मौत हुई है। महाराष्ट्र-केरल में सबसे ज्यादा 7-7 लोगों ने जान गंवाई है।
Corona cases increased : झारखंड सरकार ने जारी की एडवाइजरीः
झारखंड सरकार ने पब्लिक एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और स्वच्छता का खास ध्यान रखने की अपील की। बुखार, खांसी, सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत जांच कराने को कहा है।
वहीं, IDSP ने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने, नियमित रूप से हाथ धोने, हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करने और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में न जाने की सलाह दी है।
Corona cases increased : भारत में मिले कोविड-19 के 4 नए वैरिएंटः
भारत के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के बीच देश में चार नए वैरिएंट मिले हैं। ICMR के डायरेक्टर डॉ. राजीव बहल ने बताया कि दक्षिण और पश्चिम भारत से जिन वैरिएंट की सीक्वेंसिंग की गई है, वे LF.7, XFG , JN.1 और NB.1.8.1 सीरीज के हैं।
बाकी जगहों से नमूने लेकर सीक्वेंसिंग की जा रही है, ताकि नए वैरिएंट की जांच की जा सके। मामले बहुत गंभीर नहीं हैं और लोगों को चिंता नहीं करनी चाहिए, बस सतर्क रहना चाहिए।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने भी इन्हें चिंताजनक नहीं माना है। हालांकि निगरानी में रखे गए वैरिएंट के रूप में कैटेगराइज किया है। चीन सहित एशिया के दूसरे देशों में कोविड के बढ़ते मामलों में यही वैरिएंट दिख रहा है।
NB.1.8.1 के A435S, V445H, और T478I जैसे स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन अन्य वैरिएंट की तुलना में तेजी से फैलते हैं। इन पर कोविड के खिलाफ बनी इम्यूनिटी का भी असर नहीं होता।
भारत में कोविड का JN.1 वैरिएंट सबसे आम है। टेस्टिंग में आधे से ज्यादा सैंपल में यह वैरिएंट मिलता है। इसके बाद BA.2 (26 प्रतिशत) और ओमिक्रॉन सबलाइनेज (20 प्रतिशत) वैरिएंट के मामले भी मिलते हैं।
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