नई दिल्ली, एजेंसियां। दिल्ली के जिम मालिक नादिरशाह की हत्या का मामला पूरी तरह खुलकर सामने आ गया है। पुलिस द्वारा पटियाला हाउस कोर्ट में पेश चार्जशीट में खुलासा हुआ है
कि गुजरात की साबरमती जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने इस हत्या की साजिश रची। हत्या को अंजाम देने के लिए लॉरेंस ने वीडियो कॉल पर दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद हाशिम बाबा और अमेरिका में रह रहे अपने गुर्गे रणदीप मलिक से संपर्क किया।
वीडियो कॉल पर बना हत्या का प्लान
चार्जशीट के अनुसार, 13 सितंबर 2024 को हुई हत्या की साजिश साबरमती जेल में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई ने रची। उसने वीडियो कॉल के जरिए हाशिम बाबा को हत्या की जिम्मेदारी सौंपी और रणदीप मलिक को हथियार और पैसे मुहैया कराने को कहा।
रणदीप मलिक ने अगले ही दिन हाशिम बाबा तक रुपये और हथियार पहुंचा दिए। हाशिम ने बताया कि हत्या को अंजाम देने के बाद उसने रणदीप मलिक को रिपोर्ट किया, लेकिन उसके बाद दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
चार्जशीट के अनुसार, पुलिस ने 14 आरोपियों को इस हत्याकांड में शामिल बताया है। इनमें से कई की पहचान हाशिम बाबा ने खुद की है। उसने बताया कि लॉरेंस ने उसे वीडियो कॉल पर दो फोन दिखाते हुए शूटर्स की व्यवस्था करने के निर्देश दिए थे।
पुलिस ने हाशिम बाबा की निशानदेही पर साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ की। इस साजिश में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ने ट्रायल शुरू करने की अनुमति दे दी है।
रणदीप मलिक की भूमिका
चार्जशीट में यह भी खुलासा हुआ है कि अमेरिका में रह रहे रणदीप मलिक ने हथियारों और वित्तीय मदद की पूरी व्यवस्था की थी। उसने लॉरेंस के निर्देशों पर काम करते हुए हत्या के लिए सभी संसाधन उपलब्ध कराए।
नादिरशाह की हत्या और साजिश के पीछे का सच
हत्या की योजना इस तरह बनाई गई थी कि सभी बदमाश अपने-अपने काम को अंजाम देकर अलग-अलग दिशाओं में फरार हो सकें। पुलिस की केस डायरी में हाशिम बाबा के कबूलनामे ने इस साजिश का पर्दाफाश किया, जिससे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की बड़ी आपराधिक साजिश उजागर हो सकी।
आगे की जांच जारी
पुलिस अब अन्य आरोपी और उनके नेटवर्क की जांच में जुटी है। चार्जशीट में पेश सबूत इस मामले में शामिल अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और गैंगस्टर गिरोहों की साजिश को उजागर करते हैं।
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