भागलपुर। बिहार में पुलों के गिरने का सिलसिला जारी है। अब भागलपुर के पीरपैंती में चौखंडी पुल बाढ़ के पानी में बह गया। यह पुल 2 साल पहले ही बनाया गया था। इसके ध्वस्त होने से करीब 1 लाख की आबादी का आवागमन बाधित हो गया है।
पीरपैंती प्रखंड के बाबूपुर बाखरपुर पूर्वी पंचायत के चौखंडी पुल के ध्वस्त होने के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि पुल के निर्माण में कमी रह गई है, जिसके कारण यह ध्वस्त हो गया।
बीजेपी विधायक की कंपनी ने किया था पुल का निर्माण
इस घटना के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे, लेकिन जिला प्रशासन की टीम घंटों तक नहीं पहुंची। लोगों ने बताया कि बाढ़ के कारण भागलपुर के जिलों में स्थिति गंभीर है और कई जगह सड़क पर बाढ़ का पानी है, जिससे सड़क और पुल पर खतरा मंडरा रहा है।
ग्रामीणों ने कहा कि 2 साल पहले ही पीडब्ल्यू की ओर से चौखंडी पुल का निर्माण कराया गया था। पुल के गिरने से प्रखंड मुख्यालय का जिला से संपर्क भंग हो गया है।
साथ आवागमन बाधित हो गया है। कई ग्रामीणों का कहना है कि इस पुल का निर्माण कहलगांव के बीजेपी विधायक पवन यादव की कंपनी के द्वारा कराया गया था।
5 दिन में 3 पुल गिरे
बिहार में बीते 5 दिन में पुल गिरने के यह तीसरी घटना है। यहां मुंगेर के बरियारपुर में गंडक नदी की धार पर बना पुल बाढ़ के पानी में समा गया था।
वहीं समस्तीपुर में निर्माणाधीन 4 लेन पुल गिर गया था और अब पीरपैंती में चौखंडी पुल भी गिर गया है।
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