रांची में मालवाहक वाहनों की एंट्री पर लगेगी रोक, सीएम ने दिया ये निर्देश
रांची। नवरात्र में रांची के ट्रांसपोर्टरों को राज्य के पहले ट्रांसपोर्ट नगर की सौगात मिलेगी। कांके के सुकुरहुटू में निर्माणाधीन ट्रांसपोर्ट नगर का काम अंतिम चरण में है।
अगले 15 दिनों में बचे हुए कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नवरात्र में ही ट्रांसपोर्ट नगर को हैंडओवर लेने का निर्देश दिया है।
अधिकारी हुए रेस
इसे देखते हुए अधिकारी रेस हो गए हैं। नगर विकास सचिव सुनील कुमार ने ट्रांसपोर्ट नगर के कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने निर्माण एजेंसी केएमवी और जुडको के प्रतिनिधियों को कहा कि डीपीआर के तहत जितने कार्य करने हैं, उसे हर हाल में पूरा करें।
जुडको के पदाधिकारियों से कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के रखरखाव और संचालन की नीति एवं प्रक्रिया जल्द से जल्द तैयार करें, ताकि ट्रांसपोर्ट नगर के उद्घाटन के साथ ही यहां भारी, मध्यम और छोटे ट्रक लगने शुरू हो जाए।
112 करोड़ की लागत से बन रहा पहला फेज
दरअसल, ट्रांसपोर्ट नगर के पहले फेज का निर्माण 112 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
तीन मंजिले ट्रांसपोर्ट नगर में छोटे से बड़े ट्रकों को लगाने के लिए प्लेटफॉर्म का निर्माण किया गया है। यहां कुल 424 वाहनों को खड़ा करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाया गया है।
22 मीटर लंबे ट्रक के लिए 95 प्लेटफॉर्म, 18 मीटर लंबा 11 प्लेटफॉर्म बना हैं। 16 मीटर लंबा 27 प्लेटफॉर्म बना है।
इसके अलावा 179 बड़े और 50 छोटे वाहनों को खड़ा करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाए गए हैं। बाहर से आने वाले वाहनों का माल रखने के लिए दो लेवल के वेयर हाउस भी बनाए गए हैं।
वेयर हाउस-1 6,176 वर्ग मीटर और वेयर हाउस-2 3900 वर्ग मीटर का है। बाहर से आने वाले वाहनों का माल भी इसी वेयर हाउस में खाली होगा।
इसके बाद ट्रांसपोर्टर छोटे वाहनों से गंतव्य तक ले जाएंगे। ट्रांसपोर्ट नगर खुलने से मिलेगी बड़ी राहत ट्रांसपोर्ट नगर खुलने के बाद शहर में बड़े मालवाहक वाहनों का प्रवेश पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा।
बड़े मालवाहक वाहनों का शहर में प्रवेश नहीं होगा तो धूल-धुआं से मुक्ति मिलेगी। हवा भी स्वच्छ होगी। नो एंट्री खुलते ही रातू रोड, बूटी मोड़ से बरियातू रोड, कोकर-कांटाटोली रोड में लंबा जाम लगता है, वह समाप्त होगा।
शहर में ट्रकों का प्रवेश नहीं होने से दुर्घटना में भी कमी आएगी। अभी रात और सुबह में ट्रक की चपेट में आने से प्रतिमाह औसतन 10 मौत होती है। रिंग रोड से वाहनों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी।
एक हजार लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। ड्राइवर-खलासी के लिए होगी डोरमेट्री, फूड कोर्ट भी ट्रांसपोर्ट नगर की तीन मंजिली बिल्डिंग में ट्रांसपोर्टरों के अलावा ड्राइवर-खलासी के लिए काफी सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
ट्रांसपोर्टरों के लिए 16 कार्यालय बनाए गए हैं। ड्राइवर और खलासी के लिए 180 बेड का डोरमेट्री होगी, जहां वे आराम कर सकेंगे। 150 लोगों के बैठने की क्षमता वाला फूड कोर्ट होगा।
इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 2 वेट ब्रिज, सर्विस स्टेशन बनाए गए हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से चारों ओर सीसीटीवी कैमरा, वाई-फाई सहित वॉच टावर की सुविधा भी दी गई है।
सीवरेज-ड्रेनेज और पीने के लिए पानी की भी व्यवस्था की गई है। यहां मनोरंजन के लिए भी कई साधन उपलब्ध कराए गए हैं। चारों ओर पौधे लगाए गए हैं।
जल्द शुरू होगा फेज 2 का निर्माण
ट्रांसपोर्ट नगर के फेज टू का भी निर्माण होना है। इसके लिए भी जुडको द्वारा टेंडर किया जा रहा है।
फेज टू बनने के बाद माल लोडिंग-अनलोडिंग के सभी कार्य वहीं से होंगे। शहर में ट्रकों का प्रवेश बंद होगा।
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