रांची। अवैध जमीन का कारोबार पिछले दो दशक में काफी फला फूला है। खास कर रांची में जमीन के अवैध कारोबारियों की तादाद तेजी से बढ़ी है। हाल के दिनों में रांची पुलिस और ईडी की कार्रवाई में कई जमीन माफियाओं को धरा गया है। कई केस हुए हैं।
अब रांची में जमीन से जुड़े फर्जी मामलों की जांच के लिए डीजीपी अनुराग गुप्ता ने SIT का गठन किया है। SIT जमीन के फर्जी कागजात तैयार कर या बल प्रयोग कर जमीन पर अवैध कब्जा करने से जुड़े मामलों की जांच करेगी।
SIT रांची जिले में अब तक दर्ज जमीन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण आपराधिक मामलों की समीक्षा करेगी। जिन कांडो पर चार्जशीट दाखिल की गई है, उन्हें भी जांच के दायरे में रखा गया है।
इन मामलों में SIT यह जांच करेगी कि धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है या नहीं, इस मामले में किसी निर्दोष को तो नहीं फंसाया गया है।
जमीन से जुड़े जिन मामलों में कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है, स्पेशल टीम उन पर भी आपराधिक मामला दर्ज कर जांच करेगी।
रांची जिले के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे SIT की मदद करें और सारी जानकारी कमेटी को उपलब्ध कराएं।
स्पेशल टीम जमीन जालसाजों की टीम में शामिल सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारियों की भी पहचान करेगी।
फर्जी जमीन हस्तांतरण की सूची होगी तैयार
SIT पुलिस अधिकारियों से राजधानी रांची में फर्जी जमीन हस्तांतरण और उसके हस्तांतरण में शामिल लोगों की सूची भी तैयार करेगी।
जमीन पर कब्जा करने के लिए बल प्रयोग करने वाले लोगों के नाम, उनकी संपत्ति का ब्योरा आदि की सूची बनाई जाएगी।
जमीन हड़पने में अगर थानेदार या अन्य पुलिस कर्मियों की भूमिका पाई जाती है, तो उनकी भी पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
टीम में ये अधिकारी हैं शामिल
इस टीम में सात आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है। टीम का नेतृत्व सीआईडी आईजी सुदर्शन मंडल करेंगे।
जबकि जैप डीआईजी मयूर पटेल, विशेष शाखा डीआईजी कार्तिक एस, सीआईडी डीआईजी संध्या रानी मेहता, एटीएस एसपी ऋषभ कुमार झा, सीआईडी एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा और सीआईडी एएसपी दीपक कुमार को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।
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