कोलकाता, एजेंसियां। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने के बाद राज्य के अलग-अलग हिस्सो से राजनीतिक हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।
अब, पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम थाना क्षेत्र के कालिचरणपुर गांव के बंकिम मोड़ इलाके में तृणमूल कांग्रेस और इंडियन सेकुलर फ्रंट (ISF) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी।
झड़प में दोनों ही दलों के कुछ लोग घायल हुए हैं। झड़प की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद स्थिति सामान्य हो पायी।
घायलों को नंदीग्राम सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां तृणमूल के एक कार्यकर्ता की हालत गंभीर देख उसे कोलकाता स्थित एक अस्पताल में रेफर किया गया है।
तृणमूल के स्थानीय नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा की मदद से आइएसएफ व माकपा के समर्थक उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं।
हालांकि, तीनों दलों ने इस आरोप को आधारहीन करार दिया है।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
माकपा नेताओं का आरोप है कि भाजपा और तृणमूल, दोनों ही पार्टियों के समर्थक इलाके का माहौल अशांत करने में जुटे हैं।
भाजपा की ओर से आरोप लगाया गया है कि नंदीग्राम में मवेशी चोरी को केंद्र कर दो गुटों में झड़प हुई और तृणमूल इसमें राजनीतिक रंग चढ़ाने में जुटी है।
एक को पुलिस ने लिया हिरासत में
इधर, नंदीग्राम में झड़प की घटना में पुलिस ने आइएसएफ के ब्लॉक अध्यक्ष मिराज अली को हिरासत में लिया है।
खबर लिखे जाने तक घटना को लेकर आइएसएफ की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पायी थी।
इसे भी पढ़ें
तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप का आरोप लगाते हुए राज्यपाल बोस के खिलाफ शिकायत दी