रांची। रामनवमी का पर्व रांची समेत पूरे झारखंड में धूमधाम से मनाया गया। रामनवमी पर राजधानी में 600 अखाड़ों से झांकियां निकाली गईं।
अखाड़े के साथ जुलूस की शक्ल में झांकियां शहर के कई इलाकों का भ्रमण करते हुए अल्बर्ट एक्का चौक से गुजर कर तपोवन पहुंची।
इससे पहले झांकियों और अखाड़ों का स्वागत जगह-जगह पर किया गया। बड़े-बड़े ध्वज और पताके लेकर पूजा समितियां पहुंची थी।
इस दौरान युवाओं ने अस्त्र-शस्त्र परिचालन में अपनी प्रतिभा दिखाई। इसमें बुजुर्ग भी पीछे नहीं रहे।
युवाओं का जोश देखते ही बन रहा था। सीएम चंपाई सोरेन के अलावा राजनीतिक दलों के नेता और पूजा समितियों के पदाधिकारी भी इसमें शामिल हुए।
सीएम ने रामभक्तों को संबोधित भी किया। उन्होंने सभी से राम के आदर्शों को अपनाने की अपील की। साथ ही कहा कि राम की तरह ही सभी का आदर करे। मौके पर दिल्ली के कलाकारों के द्वारा भव्य नाटक का मंचन भी किया गया।
महावीर चौक में जुटे अखाड़े, बरसे फूलः
रामनवमी को लेकर पूरी राजधानी राममय नजर आ रही थी। अखाड़ों के साथ मिलकर झांकियां निकाली गई।
अपर बाजार के महावीर चौक से अखाड़े निकले। जहां पर पूजा समितियों ने अखाड़ों का स्वागत किया।
इस दौरान उनपर फूल भी बरसाए गए। श्री रामनवमी महिला श्रृंगार समिति ने भी अखाड़ों का स्वागत किया।
पूजा समितियों ने अखाड़ों के अध्यक्ष को तलवार देकर स्वागत किया। जबकि महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
शोभायात्रा में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हुए। सभी का उत्साह देखने लायक था।
100 साल से चली आ रही परंपराः
सूरज संगम के संस्थापक शंकर प्रसाद ने बताया कि अखाड़ा की शुरुआत आज से 100 साल पहले हुई थी।
आज 2024 में रामनवमी का महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने सभी सनातनियों से इसे बरकरार रखने को कहा। शोभा यात्रा के दौरान युवा और महिलाओं ने भी तलवारबाजी में हाथ आजमाए।
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