Shashi Tharoor:
नई दिल्ली, एजेंसियां। कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा वंशवादी राजनीति पर दिए गए बयान ने सियासी हलचल मचा दी है। कांग्रेस जहां उनके बयान से असहज नज़र आ रही है, वहीं भाजपा ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लेते हुए कांग्रेस और राहुल गांधी पर निशाना साधा है। दरअसल, थरूर ने अपने एक लेख में भारत की वंशवादी राजनीति की आलोचना करते हुए कहा कि “भारतीय राजनीति अब कुछ परिवारों का पारिवारिक व्यवसाय बन चुकी है।”
प्रशासन की गुणवत्ता पर असर:
थरूर ने लेख ‘इंडियन पॉलिटिक्स आर ए फैमिली बिजनेस’ में लिखा कि नेहरू-गांधी परिवार भारत का सबसे प्रभावशाली राजनीतिक परिवार है, जिसकी विरासत स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी है। लेकिन इसके कारण यह सोच विकसित हुई है कि राजनीति कुछ परिवारों का जन्मसिद्ध अधिकार है। उन्होंने चेतावनी दी कि जब राजनीतिक शक्ति काबिलियत और जनता से जुड़ाव के बजाय खानदान से तय होती है, तो लोकतंत्र और प्रशासन की गुणवत्ता पर असर पड़ता है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवारों, बिहार के तेजस्वी यादव, महाराष्ट्र के ठाकरे बंधुओं, पंजाब के बादल परिवार और तमिलनाडु के करुणानिधि परिवार का भी जिक्र किया।
गांधी परिवार का देश के लिए अभूतपूर्व बलिदान: प्रमोद तिवारी:
थरूर के बयान के बाद कांग्रेस नेताओं ने नाराजगी जताई। वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि गांधी परिवार ने देश के लिए अभूतपूर्व बलिदान दिए हैं — जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपनी क्षमता और समर्पण से खुद को साबित किया है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा में ऐसा कौन-सा परिवार है जिसने देश के लिए इतना योगदान दिया हो। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि किसी के पारिवारिक इतिहास के कारण उसे राजनीति में आने से नहीं रोका जा सकता, यह फैसला जनता करती है। वहीं, उदित राज ने कहा कि राजनीति में वंशवाद उसी तरह है जैसे किसी डॉक्टर का बेटा डॉक्टर या बिजनेसमैन का बेटा बिजनेसमैन बनता है। उन्होंने अमित शाह और ममता बनर्जी पर भी वंशवादी राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
कांग्रेस पर तीखा हमला:
उधर, भाजपा ने थरूर का समर्थन करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। भाजपा प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने सोशल मीडिया पर लिखा, “डॉ. थरूर खतरों के खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने सीधे भारत के नेपो किड राहुल गांधी और छोटे नेपो किड तेजस्वी यादव पर हमला बोला है। सर, आपके लिए प्रार्थना कर रहे हैं… फर्स्ट फैमिली बदला जरूर लेती है।” थरूर के इस बयान से कांग्रेस में असहजता बढ़ गई है और पार्टी नेताओं के भीतर मतभेद भी सामने आ गए हैं। वहीं भाजपा ने इसे कांग्रेस के भीतर की “आंतरिक खींचतान” बताकर राजनीतिक बढ़त लेने की कोशिश शुरू कर दी है।
इसे भी पढ़ें
Shashi Tharoor: शशि थरूर का ट्रंप के बदलते सुर पर बयान: “अपमान इतनी जल्दी नहीं भुलाया जा सकता”



