रांची। रिम्स में मशीनें खराब होने और इनके ठीक नहीं होने का सिलसिला जारी है। यहां पैथोलॉजिकल जांच के साथ रेडियोलॉजिकल जांच भी प्रभावित है। करीब तीन माह में सात बार मशीन खराब होने से एक्सरे जांच प्रभावित है।
अब तो रेडियोलॉजी विभाग में पोर्टेबल एक्सरे मशीन भी खराब हो गई, जिससे इमरजेंसी रोगियों की जांच बंद हो गई है। पोर्टेबल एक्सरे मशीन की कैसेट रीड करने वाले डीआर रीडर में खराबी आई है।
इधर, एक्सरे न होने से रिम्स के मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। रिम्स में रोजाना इंडोर एवं आउटडोर के करीब 700 मरीज एक्सरे कराते हैं। मशीनें खराब रहने से उन्हें निजी लैब की ओर रुख करना पड़ रहा है।
ऐसे में एक्सरे के लिए सिर्फ एक दिन में 1.61 लाख रुपए उन्हें निजी लैब को देने पड़े, जबकि रिम्स में जांच कराने पर 50 हजार रुपए भी खर्च नहीं होते।
बता दें कि रेडियोलॉजी विभाग में चार एडवांस एक्सरे मशीन हैं। यहां 70 रुपए में जहां एक्सरे होता है, वहीं निजी जांचघर में विभिन्न अंगों के एक्सरे 230 रुपए से शुरू होते हैं।
रिम्स के रेडियोलॉजी विभाग में चार एडवांस एक्सरे मशीन हैं। इसमें दो अधिकांश समय खराब रहते हैं। वहीं बाकी दो 15-20 दिन के अंतराल में खराब हो जाती हैं।
पर्ची कटनी बंदः
रिम्स की एक्सरे मशीन खराब है, इसकी जानकारी पर्ची काउंटर में ही कर्मी दे देते हैं। साथ ही पर्ची काटने से इनकार कर रहे हैं। शनिवार को भी करीब 300 लोग पर्ची कटाने पहुंचे, लेकिन पोर्टेबल मशीन से जिन अंगों की एक्सरे होता है, सिर्फ उसकी ही पर्ची काटी गई, बाकी को वापस लौटा दिया गया।
सीटी स्कैन-अल्ट्रासाउंड की लंबी कतार
रिम्स प्रबंधन ने दो साल पहले दो एडवांस सीटी स्कैन मशीन खरीदी हैं। लेकिन स्थिति ऐसी है कि इन मशीनों से दिन भर में 20-20 जांच करने में सांसें फूलने लगती हैं। मरीजों को वेटिंग में नंबर दिया जाता है।
यही हाल अल्ट्रासाउंड का भी है। ओपीडी वाले मरीजों को 7 से 10 दिन का वेटिंग में नंबर दिया जाता है। रिम्स के ठीक बाहर पीपीपी मोड पर हेल्थ मैप संचालित है। यहां एक मशीन से दिन भर में 40 से 50 रोगियों की जांच की जाती है।
एमआरआई जांच सालों से बंदः
रिम्स में एमआरआई मशीन सालों से खराब है। पुरानी होने के कारण हर महीने खराब हो जाती थी। ठीक कराने में लाखों खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन फिर भी पूरी तरह से दुरुस्त नहीं हो रही। इसलिए एमआरआई बंद है। कर्मी एमआरआई की पर्ची काटने से इंकार कर देते हैं।
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