बड़े कांड की फिराक में था रांची से गिरफ्तार डॉ इश्तियाक अहमद
रांची। अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट मॉड्यूल के लीडर सहित पांच लोगों को झारखंड से और हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने गये छह लोगों को राजस्थान के भिवाड़ी से गिरफ्तार किया गया है।
ये छह भी झारखंड के ही हैं। रांची से गिरफ्तार किये गये लोगों में डॉ इश्तियाक अहमद, मतिउर रहमान, रिजवान बाबर, मुफ्ति रहमातुल्लाह व फैजान अहमद शामिल हैं।
इन सभी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले जाया गया है। दिल्ली पुलिस की ओर से एक बयान में कहा गया है कि अलकायदा मॉड्यूल का नेतृत्व रांची का डॉ इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था।
उसकी देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी।
जांच में यह बात सामने आयी है कि एनामुल अंसारी व शहबाज तबलीगी जमात में हिस्सा लेने की बात कहकर घर से गये थे।
मेडिका अस्पताल में काम कर रहा था डॉ इश्तियाक
डॉ इश्तियाक रांची के मेडिका अस्पताल में बतौर रेडियोलाजिस्ट काम कर रहा था। इससे पहले वह जमशेदपुर के मानगो थाना अंतर्गत आजाद नगर में रहते हुए वहां प्रैक्टिस करता था।
चार वर्ष पूर्व रांची के बरियातू में परिवार के साथ एक फ्लैट में रह रहा था। उधर, राजस्थान के भिवाड़ी में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने गये अल्ताफ अंसारी, एनामुल अंसारी, शाहबाज अंसारी, अरशद खान, हसन व उमर फारूख को गिरफ्तार किया गया है।
अल्ताफ के लोहरदगा के कुड़ू स्थित घर से दो कंट्री मेड कार्बाइन व एक एयरगन बरामद किया गया है। आरोपियों के पास से कई मोबाइल, लैपटाप और अन्य चीजें बरामद की गयी हैं।
बता दें कि मामले में दिल्ली पुलिस व एटीएस ने झारखंड, राजस्थान व यूपी में छापेमारी की थी। इस दौरान झारखंड से आठ और राजस्थान से छह लोगों को पकड़ा गया था।
नंबर प्लेट लगाने का काम करता था रिजवान बाबर
चान्हो थाना क्षेत्र के बलसोकरा का निवासी रिजवान बाबर शादीशुदा है और उसकी एक छोटी बच्ची है।
वह चौक में ही एक दुकान में बाइक में यीट कवर और रेडियम का नंबर प्लेट बनाने का काम करता था।
गांव के लोगों ने बताया कि उसके पिता हाफिज नुमान की सात-आठ साल पहले ही मौत हो चुकी है।
उसका बड़ा भाई मो फखरू घर-घर बोतल में पानी पहुंचाने का काम करता है। तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है।
रहमतुल्लाह ने सहारनपुर से की थी मुफ्ती की पढ़ाई
रांची के चान्हो थाना क्षेत्र के चटवल निवासी मुफ्ती रहमतुल्लाह का परिवार मध्यमवर्गीय है। इसने यूपी के सहारनपुर से मुफ्ती की पढ़ाई की थी।
छह भाइयों में वह पांचवें नंबर पर है। इसके पिता मो खलील घर में ही रहते हैं। पहले वह सब्जी का व्यापार करते थे। इसका बड़ा भाई मो सनाउल्लाह मुफ्ती व छोटा भाई हाफिज है।
रहमतुल्लाह गांव में ही तीन साल से कुदरत नगर में जामियातुल मोहसिनात नामक मदरसा चला रहा था। इसमें 200 बच्चियां पढ़ती हैं। पांच माह पहले ही रहमतुल्लाह की शादी हुई है।
बीजुपाड़ा चौक पर कपड़े की दुकान है मतिउर रहमान की
मतिउर रहमान का बीजुपाड़ा चौक पर 10 वर्षों से कपड़े की दुकान है। उसके पिता खलील अंसारी पिपराटोली में किराने की दुकान चलाते हैं।
उन्होंने कहा कि मतिउर सहित उनके तीन बेटे हैं। एक बेटा गांव में ही उनका हाथ बंटाता है। दूसरा स्टेशनरी की दुकान चलाता है।
मतिउर ने एक साल पहले बीजुपाड़ा में घर बनाया है, जिसमें वह परिवार के साथ रहता था। उसके दो बच्चे मांडर के एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं। पिता खलील अंसारी का कहना है कि उनका लड़का तबलीगी जमात से जुड़ा हुआ था।
झारखंड से हुई गिरफ्तारी
डॉ इश्तियाक अहमद, बरियातू, रांची, फैजान अहमद, लौहसिंगना हजारीबाग, मतिउर रहमान, पिपराटोली, चान्हो, रांची, रिजवान बाबर, बलसोकरा, चान्हो, रांची, मुफ्ति रहमातुल्लाह, चटवल, चान्हो, रांची।
राजस्थान से हुई गिरफ्तारी
अल्ताफ अंसारी कौवाखाप, कुड़ू, लोहरदगा, एनामुल अंसारी पकरियो, चान्हो, रांची, शाहबाज अंसारी पकरियो, चान्हो, रांची, इसके अलावा राजस्थान से गिरफ्तार अरशद खान, हसन और उमर फारूख भी झारखंड के रहनेवाले हैं।
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