कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में चार विधायकों मुकुटमणि अधिकारी, कृष्ण कल्याणी, सुप्ति पांडे और मधुपर्णा ठाकुर ने राज्य विधानसभा में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान बीजेपी का संसदीय दल अनुपस्थित रहा।
उनका दावा है कि शपथ संविधान के मुताबिक नहीं ली जा रही है। इसलिए वे शपथ ग्रहण के दौरान नहीं रहे।
हालांकि, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि शपथ ग्रहण संविधान के मुताबिक हो रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह शपथ ग्रहण समारोह भारत और बंगाल के इतिहास में एक मिसाल बन गया है।
I.N.D.I.A को 51 फीसदी वोट मिले : सीएम
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने पांच खंडों के अनुसार विधायकों को शपथ दिलाई। स्पीकर ने पांच खंडों का इस्तेमाल करते हुए शपथ ली है।
मैं सात बार की सांसद हूं। तीन बार विधायक। जैसे हमारा संविधान है, वैसे ही परंपराएं भी हैं। भारत में लोकतंत्र को बचाने के लिए यह एक मिसाल है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में एनडीए को 46 फीसदी वोट मिले। I.N.D.I.A को 51 फीसदी वोट मिले। जनादेश स्पष्ट है। उन्होंने मतदाताओं को धन्यवाद भी दिया।
ममता बनर्जी ने राज्यपाल पर किया कटाक्ष
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्यपाल की वजह से नये विधायकों का एक महीने का समय बर्बाद हो गया। स्पीकर ने 27 जून को राज्यपाल को दोबारा पत्र लिखकर अपील की।
एक महीने और एक दिन के बाद चार लोगों ने शपथ ली। उनका एक महीना बर्बाद हो गया. राज्यपाल ने इसकी जिम्मेदारी उपसभापति को दी है। लेकिन उपसभापति ने असमर्थता जताई और सभापति से शपथ लेने को कहा। हमारी गलती कहां है ?
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