Health tips:
कई लोगों को यह शिकायत होती है कि वे बहुत कम खाते हैं या डाइट कंट्रोल में रखते हैं, फिर भी उनका वजन लगातार बढ़ता रहता है। यह समस्या अक्सर उन लोगों के साथ होती है जो हार्मोनल या अन्य मेडिकल समस्याओं से अनजान होते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, वजन बढ़ने का कारण केवल ओवरईटिंग या एक्सरसाइज की कमी नहीं होता, बल्कि कई बार यह कुछ छिपी हुई बीमारियों का संकेत भी हो सकता है।
इन कारणों से बिना खाए भी बढ़ सकता है वजन:
हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बनाती, तो मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। इसके अन्य लक्षणों में थकान, बाल झड़ना, ठंड लगना, मांसपेशियों में दर्द और त्वचा का रूखापन शामिल हैं।

पीसीओएस (Polycystic Ovary Syndrome – PCOS)
यह महिलाओं में होने वाली हार्मोनल समस्या है, जो इंसुलिन रेसिस्टेंस और वजन बढ़ने का कारण बनती है। इस स्थिति में अंडाशय में पुरुष हार्मोन का स्तर अधिक होता है।
कुशिंग सिंड्रोम (Cushing’s Syndrome)
शरीर में तनाव हार्मोन (कॉर्टिसोल) का अधिक स्तर कुशिंग सिंड्रोम का कारण बनता है। यह समस्या स्टेरॉयड दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल या एड्रिनल ग्लैंड में ट्यूमर के चलते हो सकती है।
डिप्रेशन और चिंता (Depression & Anxiety)
मेंटल हेल्थ की समस्याएं खाने की आदतों को प्रभावित करती हैं। अक्सर तनाव में लोग अधिक कैलोरी वाला ‘कम्फर्ट फूड’ खाते हैं जिससे वजन बढ़ता है।
नींद की कमी और तनाव
कम नींद लेने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है और भूख बढ़ जाती है। कॉर्टिसोल का स्तर बढ़ने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है जिससे वजन तेजी से बढ़ सकता है।
Health tips:क्या करें?
किसी भी अनियंत्रित वजन बढ़ने की स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लें
ब्लड टेस्ट से हार्मोनल असंतुलन की जांच कराएं
पर्याप्त नींद लें और स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें
किसी भी दवा को डॉक्टर की सलाह के बिना न लें
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