Iran–Israel confrontation:
जेरूसलम, एजेंसियां। इजरायल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” नामक एक बड़े सैन्य अभियान के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर व्यापक हवाई हमले किए, जिससे मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इजरायली लड़ाकू विमानों ने ईरान के नतांज़, तबरीज़ और शिराज जैसे प्रमुख शहरों में स्थित संवेदनशील परमाणु साइट्स और सैन्य परिसरों को निशाना बनाया।
इन हमलों में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी मारे गए, जिनमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख हुसैन सलामी और ईरानी सेना प्रमुख मोहम्मद बाघेरी शामिल हैं। इसके अलावा, दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक फरेदून अब्बासी और मोहम्मद महदी तेहरांची भी मारे गए हैं।
Iran–Israel confrontation: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस ऑपरेशन को “बहुत सफल शुरुआत” करार देते हुए दावा किया कि इजरायल ने ईरान के परमाणु हथियार और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों के केंद्रों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम अब केवल इजरायल के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए खतरा बन चुका है।
दूसरी ओर, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि ईरान की प्रतिक्रिया इतनी भयंकर होगी कि इजरायल को पछताना पड़ेगा। उन्होंने देशवासियों से अपने नेतृत्व पर भरोसा रखने और एकजुट होने की अपील की।
Iran–Israel confrontation: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहा
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी डील नहीं हुई, तो अगला हमला और विनाशकारी होगा। इस घटनाक्रम के बाद वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल मच गई है, तेल की कीमतों में तेजी आई है और कई देशों ने मध्य पूर्व की स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। इजरायल ने एहतियातन अपने सभी दूतावास अस्थायी रूप से बंद कर दिए हैं।
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