पेरिस। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पेरिस में एक समिट के दौरान कहा कि मंगल ग्रह पर कॉलोनी बनाने का सपना देखने से पहले लोगों को पृथ्वी को बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
कोई परमाणु युद्ध और जलवायु परिवर्तन भी लाल ग्रह को रहने लायक नहीं बना सकता। रेन्यूएबल एनर्जी कॉन्फ्रेंस में ओबामा ने उन अरबपतियों का जिक्र किया, जो इंसानों को मंगल पर ले जाने वाली स्पेसशिप बना रहे हैं।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि कुछ लोग मार्स पर जीवन बसाने की बात करते हैं, क्योंकि उनके मुताबिक, पृथ्वी का पर्यावरण इतना खराब हो सकता है कि वो रहने लायक ही न बचे। ओबामा ने कहा कि अगर पृथ्वी पर परमाणु जंग भी हो गई तो भी यह मार्स की तुलना में ज्यादा रहने लायक होगा।
अगर हमने क्लाइमेट चेंज को लेकर कोई कदम नहीं उठाया, तब भी धरती पर ऑक्सीजन रहेगी। लेकिन मंगल ग्रह के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, हमें मंगल ग्रह की जगह इस धरती को बेहतर बनाने और उसका ध्यान रखने पर खर्चा करना चाहिए। अंतरिक्ष में खोज का मकसद जानकारी इकट्ठा करना होना चाहिए।
इस दौरान लोगों के रहने के लिए नई दुनिया बनाने पर फोकस नहीं होना चाहिए। हमें धरती पर रहने के लिए बनाया गया है और हमें इस धरती को रहने लायक रखने की कोशिश करनी चाहिए।
बताते चलें कि स्पेसएक्स कंपनी के मालिक एलन मस्क दुनिया के सबसे ताकतवर स्टारशिप व्हीकल की टेस्टिंग कर रहे हैं। यह एक रीयूजेबल ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम है।
इसके जरिए मस्क इंसानों को मंगल ग्रह पर भेजेंगे। स्टारशिप सिस्टम 100 लोगों को एक साथ मंगल ग्रह पर लेकर जाएगा।
मस्क 2029 तक इंसानों को मंगल ग्रह पर पहुंचाकर वहां कॉलोनी बसाना चाहते हैं। स्पेसशिप इंसानों को दुनिया के किसी भी कोने में एक घंटे से कम समय में पहुंचाने में भी सक्षम होगा।
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