Bihar elections:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान होते ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। सभी पार्टियां एक्टिव दिख रही हैं। इसके साथ ही सीट शेयरिंग को भी अंतिम रूप देने की कोशिश तेज हो गई है। चुनावी सीन में NDA और I.N.D.I.A. के बीच सीट शेयरिंग पर मंथन तेज हो चुका है। दोनों गठबंधन जल्द ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करने की तैयारी में जुटे हैं। इसे लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है।
पीके व तेजप्रताप बढ़ा रहे रोमांचः
सबसे दिलचस्प मुकाबला तो वहीं होगा, जहां तेजप्रताप यादव और प्रशांत किशोर जैसे नेता भी अपनी सियासी ताकत दिखाने को तैयार हैं। तेजप्रताप यादव ने 8 अक्टूबर को अपनी पार्टी जनशक्ति जनता दल के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने की घोषणा की है। जबकि प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी भी इस बार बिहार के राजनीतिक समीकरण में एक नया ट्विस्ट ला सकती है और 9 अक्टूबर को वह अपने उम्मीदवारों की लिस्ट भी जारी करेंगे।
AAP की एंट्री भी खासः
आम आदमी पार्टी (AAP) की एंट्री भी इस बार खास है। अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने पहले ही 11 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है और उनकी नजरें बिहार की राजनीति में नए बदलाव की ओर हैं।
नये चेहरों की चनौतीः
इस चुनाव में न केवल पारंपरिक राजनीतिक दलों की टक्कर है, बल्कि नए चेहरों की भी जबरदस्त चुनौती है। तेजप्रताप यादव, प्रशांत किशोर, और आम आदमी पार्टी जैसे दल न केवल चुनावी जमीन तैयार करने में लगे हैं, बल्कि वे बिहार की राजनीतिक धारा को एक नया मोड़ देने की कोशिश भी कर रहे हैं। अब सवाल यह है कि क्या बिहार की जनता इन नए चेहरों को अपना समर्थन देगी? या फिर पुरानी सियासी ताकतें फिर से वापसी करने में सफल होंगी?
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