रांची। झारखंड में कांग्रेस विधायक के बयान पर बवाल मच गया है। इतना ही नहीं, कांग्रेस भी अब अपने ही विधायक के बयान से किनारा कर रही है।
मांडर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की के बयान को लेकर झारखंड की सियासत गरमा गई है।
उनका यह बयान बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे और बाहरी-भीतरी विवाद से जुड़ा है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पिछले दिनों सदन में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठाया था। उनके उस बयान पर पलटवार करते हुए शिल्पी नेहा तिर्की ने यह विवादित बयान दे दिया।
शिल्पी नेहा तिर्की के बयान से कांग्रेस ने किनारा करते हुए, इसे उनका निजी बयान बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि यह उनका निजी बयान है, पार्टी का नहीं।
कांग्रेस की सफाई
कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा घुसपैठ के नाम पर वोट की राजनीति कर रही है। तमाम लोगों को यह पता है कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर का मामला केंद्र सरकार के अधीन होता है।
अगर अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर कमजोर हुआ है, तो इसके लिए स्वाभाविक तौर पर देश के गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। घुसपैठ पर ओछी राजनीति हो रही है। तुष्टीकरण और वोटबैंक की राजनीति की जा रही है, यह गलत है।
कांग्रेस का अलग स्टैंड
उन्होंने कहा कि जहां तक विधायक शिल्पी नेहा तिर्की के बयान का सवाल है, तो उनके मन में किसी प्रकार की व्यथा होगी और वह बातचीत के क्रम में निकल जाती है।
उन्होंने कहा कि विधायक ने जो कहा है वह उनका व्यक्तिगत विचार है। पार्टी का ऐसा कोई नजरिया नहीं है, पार्टी सभी को साथ लेकर चलती है।
बता दें कि कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने झारखंड की बदलती डेमोग्राफी के आरोप पर कहा था कि बिहार से आया व्यक्ति रामगढ़ का मुखिया बन जाता है और स्थानीय लोगों की स्थिति दयनीय है।
इस घुसपैठ के कारण रांची के आदिवासी और मूलनिवासी अब शहर और आलीशान भवनों से दूर किसी कोने में सीमित होकर रह गए हैं। उनके इस बयान के बाद से सियासत गरमा गई है। बीजेपी इसे भीतरी और बाहरी का मुद्दा बना कर कांग्रेस पर हमले कर रही है।
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