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नई दिल्ली, एजेंसियां। नाखून हमारी सेहत का आईना होते हैं। अगर आपके नाखूनों पर सफेद धारियां, लाइनें या रंग में बदलाव आ रहा है तो इसे अनदेखा न करें। यह शरीर में किसी खास पोषक तत्व या विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है। साथ ही यह कुछ बीमारियों का भी शुरुआती लक्षण हो सकता है।
नाखून पर लाइन आने के कारण:
नाखूनों पर सफेद या भूरी लाइनें उम्र बढ़ने, पोषण की कमी, ड्राईनेस, या स्किन संबंधी बीमारियों जैसे एक्जिमा, हाइपोथायरायडिज्म आदि के कारण हो सकती हैं।
सफेद धारियां (ल्यूकोनीचिया स्ट्रिएटा):
यह माइक्रोट्रामा (छोटे-छोटे चोट), फंगल इंफेक्शन या वंशानुगत बीमारी की ओर संकेत करती हैं। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
भूरी लाइनें (मेलानोनीचिया):
यह चोट, संक्रमण या दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण हो सकती हैं।
काली लाइनें और धब्बे:
यह शरीर में जिंक और विटामिन सी की कमी को दर्शाते हैं। उचित आहार में जिंक और विटामिन सी बढ़ाने से सुधार होता है।
सफेद लाइनें या बैंड (मीस लाइन्स):
यह किडनी से जुड़ी समस्याओं का संकेत हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।
क्या करें?
अगर नाखूनों पर हल्की सफेद लाइनें हैं और टूट-फूट नहीं हो रही, तो यह सामान्य माना जा सकता है। लेकिन यदि लाइनें गहरी हों, नाखून टूटने लगें, रंग में बदलाव हो या दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वस्थ नाखूनों के लिए संतुलित आहार, विटामिन्स और मिनरल्स का सेवन जरूरी है।
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