रांची। पुष्पा नाम सुनकर फ्लावर समझा क्या, फायर है मैं, झुकेगा नहीं। पुष्पा फिल्म का यह डायलॉग कार्फी हिट रहा था।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस डायलॉग को चरितार्थ करते नजर आते हैं। उन्होंने 15 अगस्त को मोरहाबादी मैदान में झंडा फहराने के बाद इस डायलॉग की एक पंक्ति दुहराते हुए कहा कि मैं झुकेगा नहीं।
झारखंड झुकेगा नहीं। उन्होंने झुकना नहीं सीखा। दरअसल, मुख्यमंत्री ध्वजारोहण के बाद अपने जेल में बिताये दिनों को याद कर रहे थे।
जेल भेजे जाने के वाक्य को उन्होंने साजिश बताते हुए कहा कि हम हर साजिश तथा षडयंत्र का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।
जेल भेजे जाने को बताया साजिश
हेमंत सोरेन ने कहा कि विकास विरोधी तत्वों ने हमारे रास्ते में बाधाएं खड़ी करने की कोशिश की। लेकिन, वे अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो सके।
हमने यह दिखाया है कि इरादों में मजबूती, दिल में विश्वास और नीयत में ईमानदारी हो तो कोई भी ताकत हमें झुका नहीं सकती।
हम जनता से किए गए हर वादे को संजीदगी से निभाने का प्रयास कर रहे हैं। आज झारखंड की फिजाएं बदल गई हैं।
दलित, आदिवासी, पिछड़े खुद को असहाय महसूस नहीं करते। हर चेहरे पर उम्मीद की नई किरण दिख रही है।
अक्टूबर तक झारखंड में 35 हजार नौकरियाँ
इस मौके पर हेमंत सोरेन ने बड़ी घोषणा की। उनकी सरकार की प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देना है।
उन्होंने दावा किया कि उनके कार्यकाल में हजारों लोगों को नौकरी मिली है। उन्होंने कहा कि ‘झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से आबकारी कांस्टेबल, कांस्टेबल, सहायक प्रोफेसर, महिला सुपरवाइजरों समेत 35 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है, जो अक्टूबर 2024 तक पूरी हो जाएगी।’
उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि आजादी हमारे पूर्वजों के संघर्ष और बलिदान से मिली है। उन्होंने एक समृद्ध और समानता वाले राष्ट्र का सपना देखा था।
सीएम सोरेन ने गिनाई योजनाएँ
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हम अबुआ आवास योजना के माध्यम के गरीबों को तीन कमरों का पक्का मकान दे रहे हैं।
35 लाख जरूरतमंदों को पेंशन योजना से जोड़ा गया है। 20 लाख अतिरिक्त लोगों को राशन दिया जा रहा है और 57 लाख से अधिक लोगों को वर्ष में दो बार वस्त्र दिए जा रहे हैं।
ऋण के बोझ से दबे किसानों को राहत देने के लिए हमारी सरकार ने दो लाख तक का कृषि ऋण माफ करने का निर्णय लिया है।
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है- हेमंत सोरेन
उन्होंने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। इसके लिए हमने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना शुरू की है।
21 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की सहायता राशि शीघ्र बैंक खातों में भेजी जाएगी। झारखंड की 48 लाख महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित किया जाएगा।
सीएम ने सरकार में रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए किए जा रहे प्रयासों और राज्य में औद्योगिक विकास के लिए निवेश की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का भी उल्लेख किया।
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