आज के दौर में अगर किसी बीमारी के नाम पे सबसे ज़्यादा लोगों को डराया जा रहा है तो वो है फैटी लीवर।
इसलिए यह जानना जरूरी है कि फैटी लीवर क्या है और यह बीमारी क्यों होती है। लीवर आपके शरीर के दायें भाग में रहता है और इसका मुख्य काम पाचन कार्य में मदद और शरीर से टॉक्सिंस को हटाना है। अर्थात् लीवर ही आपके शरीर को डीटॉक्स करता है।
अगर आपके शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाये तो वो आपके लीवर में जमा हो जाता और फैटी लीवर में तब्दील हो जाता है।
अगर सही समय पर ये ठीक नहीं हुआ तो स्वस्थ लीवर के सेल डैमेज हो कर कड़े हो जाते हैं या यूँ कहें कि सिरोसिस में तब्दील हो जाती है।
फैटी लीवर के मुख्यतः दो प्रकार हैं
1) Alcoholic Fatty Liver Disease
जो की शराब की वजह से होता है।
2) Non Alcoholic fatty liver Disease जो शराब छोड़ कर अन्य कारणों से होता है।
इसमें मुख्य कारण हैं मोटापा, शुगर या बीपी की बीमारी, तैलीय चीज़ों का सेवन, अनिंद्रा, शरीर में अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल की मात्रा। कई दवाइयां भी आपके लीवर को डैमेज कर सकती है।
दवाइयों में modern medicine (जिसे आप एलोपैथी कहते हैं) की कई दवाइयाँ जैसे की steroid, aspirin, कई painkillers इत्यादि शामिल हैं।
कई ट्रेडिशनल विधि जैसे की आयुर्वेदिक और होमियोपैथिक दवाइयाँ भी लीवर को डैमेज करती हैं।
लक्षण
शुरुआती दौर में जैसे की Grade 1 में सामान्यतः कोई लक्षण नहीं होते। और routine checkup में ये पकड़ में आता है।
Grade 2 में अपच, गैस की समस्या, भूख कम लगना, कमज़ोरी इत्यादि होती है।
Grade 3 में पेट दर्द, वजन का कम हो जाना, जॉन्डिस जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
अगर इसे कंट्रोल नहीं किया जाये तो ये लिवर सिरोसिस और लीवर कैंसर में तब्दील हो सकता है।
इलाज
लिवर शरीर का ऐसा अंग है जो ख़ुद को 90 फ़ीसदी तक ख़ुद से ठीक कर लेता है। और अभी तक ऐसी कोई दवाई नहीं उपलब्ध है जो फैटी लीवर को ठीक कर सके। कुछ दवाइयां हैं जो परीक्षण के दौर में हैं।
तो फिर ये ठीक कैसे होता है?
तो जवाब है ये ख़ुद से ठीक होता। आपको बस लिवर को ऐसा माहौल देना है कि वो ख़ुद को ठीक कर सके।
और अगर आपने एक ईमानदार कोशिश की तो ग्रेड 3 फैटी लिवर भी पूरी तरह से ठीक हो सकता है।
उसके लिए ज़रूरी है कि
1) शराब या नशे का सेवन ना करें।
2) स्वस्थ्य आहार लें।
3) नियमित शारीरिक व्यायाम करें
4 अपने वजन को नियंत्रण में रखें
5) अगर आपको मधुमेह या हाई ब्ल्ड प्रेशर है तो उसे नियंत्रण में रखें
6) बिना डॉक्टरी सलाह के किसी भी दवाई (एलोपैथिक/ आयुर्वेदिक/ होमियोपैथिक) का सेवन ना करें
ये सब चीज़ें शरीर से अतिरिक्त वसा को हटाएगी और बाक़ी काम ख़ुद लीवर कर लेगा।
बाज़ार में आप जितने भी प्रोडक्ट देखते हैं जो आपके लिवर को डीटॉक्स करने का दावा करती है वो सारी फ़र्ज़ी है।
क्योंकि लीवर को डिटॉक्स सिर्फ़ लीवर कर सकता है और वो भी आपके स्वस्थ्य ख़ानपान और शारीरिक व्यायाम की मदद से। इसीलिए उनमें से कोई भी प्रोडक्ट कुछ नहीं करता।
तो स्वस्थ्य आहार लें, नींद पूरी करें, नशे से दूर रहें, शारीरिक व्यायाम करें और फ़र्ज़ी विज्ञापनों के चक्कर में ना पड़ें।
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