West Bengal:
कोलकाता, एजेंसियां। पश्चिम बंगाल में नए वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। शुक्रवार को मुर्शिदाबाद के जंगीपुर और सुती इलाकों में हालात बेकाबू हो गए जब प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को निशाना बनाया। भीड़ ने बमबारी की, वाहनों को आग लगा दी और ट्रेनों पर पथराव कर दिया। इस हिंसा के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
West Bengal: पुलिस के अनुसार
पुलिस के अनुसार, जंगीपुर और शमशेरगंज इलाकों में अब स्थिति नियंत्रण में है। हिंसा को काबू में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प हुई, जिसमें 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए और 3 प्रदर्शनकारियों के मारे जाने की खबर है।
हिंसा के चलते इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने प्रशासन से कहा है कि ऐसे तत्वों को बख्शा न जाए जो राज्य की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
West Bengal: कहां से शुरू हुआ ये मामला ?
इस पूरे मामले की शुरुआत ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा शुरू किए गए “वक्फ बचाव अभियान” से हुई थी, जिसे शांतिपूर्ण बताया गया था। लेकिन प्रदर्शन ने जल्द ही हिंसक रूप ले लिया। मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना और मालदा जिलों में हालात सबसे ज्यादा बिगड़े।
रेलवे पर भी इसका असर पड़ा है। अजीमगंज-न्यू फरक्का सेक्शन में धुलियानगंगा स्टेशन के पास ट्रैक जाम कर दिया गया, जिससे दो ट्रेनें रद्द और पांच के रूट बदलने पड़े।डायमंड हार्बर के अमतला चौराहे पर भी पुलिस वाहन पर हमला किया गया और उसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
West Bengal: भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने क्या कहा ?
इस मुद्दे पर भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने ममता बनर्जी सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य सरकार या तो हिंसा रोकने में असमर्थ है या फिर इच्छुक नहीं है। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को दबाया जा रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है, जिससे मुख्यमंत्री की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होते हैं।फिलहाल, सरकार और सुरक्षा एजेंसियां पूरे हालात पर नजर बनाए हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
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