Bihar Elections:
पटना, एजेंसियां। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 243 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा हो गई है। इस बार सभी बड़े दलों ने अपने उम्मीदवारों के चयन में जातीय और सामाजिक समीकरण को प्राथमिकता दी है। महागठबंधन में RJD ने अपने 143 उम्मीदवारों में से 51 यादव और 19 मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। पार्टी ने कुशवाहा और अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया है, ताकि पारंपरिक वोट बैंक को मजबूत किया जा सके।
पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों
जदयू ने अपने 101 उम्मीदवारों में पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को अधिक मौके दिए हैं। पिछड़ा वर्ग से 37 और अति पिछड़ा वर्ग से 22 उम्मीदवार मैदान में हैं। इसके अलावा जदयू ने भूमिहार, राजपूत, ब्राह्मण, कायस्थ, मुसहर और अन्य जातियों को भी प्रतिनिधित्व दिया है। कुल 13 महिला उम्मीदवार भी जदयू के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं।भाजपा ने अपने 101 उम्मीदवारों में सामान्य वर्ग को प्राथमिकता दी है। इसमें 21 राजपूत, 16 भूमिहार और 11 ब्राह्मण शामिल हैं। पिछड़ा वर्ग के 24 और अति पिछड़ा वर्ग के 16 उम्मीदवार BJP की सूची में हैं। अनुसूचित जाति से पासवान और रविदास समाज के उम्मीदवारों को मौका मिला है।
कांग्रेस, VIP और लेफ्ट
कांग्रेस, VIP और लेफ्ट समेत अन्य छोटे दलों ने भी अपने उम्मीदवारों के चयन में जातीय-सामाजिक समीकरण को ध्यान में रखा है। एनडीए में चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा ने भी अपने समुदाय के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी।
विशेषज्ञों का मानना
विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार की चुनावी रणनीति में जातीय-सामाजिक समीकरण का बड़ा प्रभाव रहेगा और इसकी मदद से दल अपने विरोधियों के वोट बैंक में सेंधमारी करने की कोशिश करेंगे। अंतिम परिणाम 14 नवंबर को आने वाले हैं।
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