पाकुड़। पाकुड़ जिले के केकेएम कॉलेज के छात्रावास में बीती रात हिंसक झड़प हो गई। इसमें कई छात्र घायल हो गए।
बताया जा रहा है कि पुलिस और छात्रों के बीच भिड़ंत हुई है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया है।
सभी घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के कारणों और जिम्मेदारों की जांच की जा रही है।
रैली रोकने के लिए आई थी पुलिस
छात्र नेता कमल मुर्मू ने बताया कि आक्रोश रैली के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को रोकने के लिए बीती रात करीब साढ़े दस बजे एक पुलिस पदाधिकारी और एक चालक छात्रावास में आये और आक्रोश रैली रोकने की बात कही।
लेकिन जब इसका विरोध किया गया तो वे चले गए। बाद में मध्य रात्रि में सौ से अधिक पुलिस पदाधिकारी और जवान लाठी डंडे लेकर आए और छात्रों की पिटाई की।
इस हमले में 10 छात्र घायल हुए, जिन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अपहरण की सूचना मिली थी
छात्र नेता ने कहा कि पुलिस आक्रोश रैली को रोकने का प्रयास कर सकती है, लेकिन यह रैली निश्चित रूप से आयोजित की जाएगी।
नगर थाना प्रभारी अनूप रोशन भेंगरा ने कहा कि बीती रात एक अपहरण की सूचना मिली थी, जिसकी जांच के लिए सब इंस्पेक्टर नागेंद्र कुमार को भेजा गया था।
उन्होंने बताया कि कुछ युवकों ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें एक अधिकारी और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गए। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई।
जांच के लिए दूसरे अधिकारी और जवान को भेजा गया तो वे फिर से मारपीट करने लगे, जिसमें कई जवान और अधिकारी घायल हो गए। उ
न्होंने बताया कि युवकों को हटाने और शांत करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बीजेपी ने की कार्रवाई की मांगः
इधर बीजेपी ने इस हिंसा की निंदा की है। नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा कि आज पाकुड़ में जनाक्रोश महारैली है, लेकिन उसे विफल बनाने के लिए रात में करीब 12:30 बजे पुलिस की वर्दी में उपद्रवी तत्त्वों ने आदिवासी कल्याण बालक छात्रावास केकेएम कॉलेज पाकुड़ में जानलेवा हमला कर दिया।
छात्रों द्वारा बताया गया कि उपद्रवी लगभग 100 की संख्या में लाठी, डंडे और हथियार से लैस होकर आए थे।
सोये हुए छात्रों पर अचानक धावा बोल दिया, जिसे किसी को भी संभालने का मौका नहीं मिला। उन लोगों ने जमकर तांडव और उत्पाद मचाया। कुछ बच्चे घटना के बाद से ही गायब है।
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