रुद्रप्रयाग, एजेंसियां : केदारनाथ पैदल मार्ग पर पत्थर और मलबा गिरने से तीन यात्रियों की मौत हो गई है। जबकि, पांच यात्री घायल हो गए हैं। यह हादसा केदारनाथ पैदल मार्ग के चीरबासा में हुआ है। तो वहीं, घायल यात्रियों को रेस्क्यू कर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचा दिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने कहा कि सुबह करीब 7:30 बजे आपदा कंट्रोल रूम को एक सूचना मिली थी। जिसमें बताया गया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर चीरबासा के पास पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरे हैं। जिसकी चपेट में आने से कुछ यात्री मलबे में दबे हुए हैं।
यह सूचना मिलते ही यात्रा मार्ग में तैनात सुरक्षाकर्मी जिनमें एनडीआरएफ, डीडीआरफ, वाईएमएफ और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। जहां राहत और बचाव का काम शुरू किया गया।
बता दें कि आज मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। ऐसे में पहाड़ों पर बोल्डर और पत्थर गिरने के साथ ही नदी-नालों के उफान पर आने का खतरा बढ़ गया है। लिहाजा, बरसात के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।
मलबे को हटाने में जुटी रेस्क्यू टीमें
घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल है। भूस्खलन से पैदल मार्ग पूरी तरीके से बाधित हो गया है। पैदल मार्ग पर बड़े-बड़े पत्थर पड़े हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह रास्ता केवल पैदल जाने वालों के लिए है। इस रास्ते पर चार पहिया वाहन नहीं चलते हैं।
रेस्क्यू टीम रास्ते से मलबे को हटाने में जुटी हुई है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक ही पहाड़ से बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे।
किसी को संभलने तक का मौका नहीं मिला। मलबे में 8-10 से लोग दब गए। इनमें से 3 की मौत हो गई।
इस हादसे पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘ केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने की खबर दुःखद है। मौके पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं।’
बीते साल अगस्त महीने में गौरीकुंड में भी हुआ था बड़ा हादसा
जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते साल अगस्त महीने में गौरीकुंड में भी बड़ा हादसा हुआ था। जहां पहाड़ी टूटने से तीन दुकानें ध्वस्त हो गई थी। इस हादसे में कई लोग मारे गए थे। जबकि, कई लोग लापता हो गए थे।
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