टाइमिंग को लेकर वायरल पत्र को विभाग ने बताया फर्जी
पटना। बिहार में सरकारी स्कूलों की टाइमिंग को लेकर अब भी सियासत तेज है। स्कूलों की टाइमिंग को लेकर यहां बवाल मचा हुआ है।
स्कूलों की टाइमिंग को लेकर वायरल पत्र को शिक्षा विभाग ने फर्जी बता दिया है। बताते चलें कि दो दिन पहले ही शिक्षा विभाग का एक पत्र जारी हुआ, लेकिन कुछ ही घंटे के बाद शिक्षा विभाग की ओर से एक अलग से आदेश जारी कर स्थिति स्पष्ट करते हुए इस पत्र को फर्जी बताया गया।
बिहार में सरकारी स्कूलों के समय में बदलाव को लेकर फर्जी पत्र वायरल होने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी केके पाठक के इस्तीफे को लेकर एक पत्र वायरल हुआ था।
इधर, शिक्षा विभाग ने वायरल पत्र का खंडन करते हुए किया है। इससे पहले शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने भी वर्चुअल बैठक में स्कूलों की टाइमिंग को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
फर्जी पत्र की जानकारी मिलते ही शिक्षा विभाग ने इस पर गंभीरता दिखाई। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने देर शाम को वीडियो कॉन्फ्रंसिंग में जिलों के पदाधिकारियों से इस पत्र की चर्चा की।
उन्होंने बताया कि एक फर्जी पत्र वायरल हुआ है, जिस पर ध्यान नहीं देना है। फर्जी पत्र में बताया गया है कि स्कूलों में शिक्षक सुबह 9.45 बजे आएंगे और शाम 4.15 बजे चले जाएंगे। जबकि बच्चे सुबह दस से चार बजे तक रहेंगे।
शनिवार को दोपहर दो बजे स्कूलों की छुट्टी होगी। पत्र में पहली से आठवीं घंटी तक का समय भी दिया हुआ है। पत्र में विभाग के माध्यमिक निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव का हस्ताक्षर भी दिखाया गया है।
इस वायरल पत्र के बाद माध्यमिक निदेशक की ओर से एक अलग से आदेश जारी कर स्थिति स्पष्ट की गई।
माध्यमिक निदेशक ने कहा कि स्कूलों की टाइमिंग में बदलाव को लेकर कथित रूप से शिक्षा विभाग की अधिसूचना संख्या 554, दिनांक 28.02.2024 के प्रसारित होने की सूचना प्राप्त हुई है।
उक्त अधिसूचना पूर्णतः फर्जी है। यह अधिसूचना शिक्षा विभाग से निर्गत नहीं है।
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