Uncontrolled LPG sales:
नई दिल्ली, एजेंसियां। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली की योजना, विकास और विशेष पहलों से जुड़ी स्थायी समिति ने पेट्रोलियम क्षेत्र में खराब नियामक स्थिति पर गंभीर चिंता जताई है। समिति की जानकारी के अनुसार देश में करीब आधे एलपीजी आपूर्तिकर्ता बिना किसी पंजीकरण या निगरानी के काम कर रहे हैं, जिससे जन सुरक्षा पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है।
समिति को बताया गया
समिति को बताया गया कि देश भर में एलपीजी का परिवहन करने वाले लगभग 2,000 बॉजर्स में से केवल 800 ही विस्फोटक विभाग में पंजीकृत हैं, जबकि मात्र 247 को तेल एवं गैस नियामक प्राधिकरण (ओग्रा) से लाइसेंस मिला है। इससे एलपीजी टैंकर विस्फोट की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में मुल्तान में जनवरी महीने में हुए विस्फोट का जिक्र करते हुए समिति के अध्यक्ष एमएनए अब्दुल कादिर गिलानी ने कहा कि पीड़ितों को मिलने वाला मुआवजा बेहद मामूली है और समस्या को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई जरूरी है।
समिति ने खैबर पख्तूनख्वा में प्लास्टिक की थैलियों में एलपीजी की खतरनाक बिक्री और सिंध में एलपीजी चोरी की घटनाओं की भी निंदा की। सांसदों ने ओग्रा की निगरानी और नियामक कार्यप्रणाली की विफलता पर भी सवाल उठाए।
पेट्रोलियम नियामक प्राधिकरण ने कानूनों में खामियां स्वीकार की
पेट्रोलियम नियामक प्राधिकरण ने कानूनों में खामियां स्वीकार की हैं और मुल्तान में क्षेत्रीय कार्यालय खोलने के प्रयास किए हैं, लेकिन समिति ने जवाबदेही की कमी और निरीक्षण की अनियमितता पर असंतोष जताया है। समिति ने संबंधित संस्थाओं के लाइसेंस निलंबित करने और सुरक्षा उपायों को कड़ा करने की मांग की है।साथ ही समिति ने पाकिस्तान के सार्वजनिक कार्य विभाग की विकास परियोजनाओं की कार्यप्रणाली पर भी चिंता जताई और पारदर्शी समन्वय की जरूरत पर बल दिया है।
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