Ukraine war:
मॉस्को/वॉशिंगटन,एजेंसियां। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए कड़ा रुख अपनाते हुए अपने विशेष शांति दूत स्टीव विटकॉफ को मॉस्को भेजा है। विटकॉफ ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की।
यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है जब ट्रंप ने रूस को चेतावनी दी है कि अगर वह एक सप्ताह के भीतर यूक्रेन से शांति समझौता नहीं करता, तो उस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।क्रेमलिन ने बातचीत की पुष्टि की, लेकिन विवरण नहीं दिए। वहीं, विटकॉफ को राष्ट्रपति के निवेश सलाहकार किरील दिमित्रिएव के साथ भी देखा गया, जो पहले रूस-यूक्रेन वार्ताओं में भूमिका निभा चुके हैं।
राष्ट्रपति ट्रंप ने दिया संकेत
राष्ट्रपति ट्रंप ने संकेत दिया है कि अगर रूस ने समझौते में देरी की, तो उन देशों पर भी आयात शुल्क लगाया जा सकता है जो रूसी तेल खरीदते हैं – जिसमें भारत और चीन जैसे देश शामिल हो सकते हैं।इस बीच, रूस ने ज़ापोरिज्जिया क्षेत्र में एक मनोरंजन केंद्र पर मिसाइल हमला किया, जिसमें दो बच्चों सहित दो लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हुए। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसे “क्रूरता” बताते हुए कहा कि इसका कोई सैन्य मकसद नहीं था।
पश्चिमी विश्लेषकों के अनुसार
पश्चिमी विश्लेषकों के अनुसार, पुतिन शांति वार्ता से बच रहे हैं और यूक्रेनी इलाकों पर नियंत्रण बढ़ाने में लगे हैं। ट्रंप प्रशासन की ओर से शांति के लिए दूत भेजना अमेरिका की ओर से राजनयिक प्रयासों को अंतिम मौका देने की रणनीति मानी जा रही है।अब निगाहें शुक्रवार पर टिकी हैं, जो ट्रंप द्वारा रूस को दी गई डेडलाइन का अंतिम दिन है।
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