Ukraine attacks Russia oil depot:
कीव, एजेंसियां। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने दावा किया है कि हाल ही में यूक्रेन द्वारा रूस पर किए गए ताजा मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद रूस में गैस की आपूर्ति में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आई है। जेलेंस्की ने यह जानकारी बुधवार को एक प्रेसवार्ता में साझा की। उन्होंने बताया कि यूक्रेनी लंबी दूरी की मिसाइलें और ड्रोन विशेष रूप से रूस के तेल भंडारण केंद्रों और सैन्य डिपो को निशाना बना रहे हैं, जिससे आपूर्ति श्रृंखला पर गंभीर प्रभाव पड़ा है।
जेलेंस्की ने विशेष रूप से
जेलेंस्की ने विशेष रूप से ‘रूटा’ नामक मिसाइल ड्रोन का उदाहरण दिया, जिसने 250 किलोमीटर दूर स्थित एक रूसी तेल सुविधा पर हमला किया। उनका कहना है कि इस हमले ने रूसी कब्जा करने की योजना को विफल कर दिया और दर्जनों सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया। उन्होंने इस हमले को नए हथियार की बड़ी सफलता बताया।
यूक्रेन के जवाबी हमलों का असर रूस के घरेलू ईंधन संकट में दिख रहा है। जेलेंस्की के अनुसार, रूस अब विदेशी आयात बढ़ाने को मजबूर हुआ है। रूस ने बेलारूस से गैस आयात छह गुना बढ़ा दिया है और इस पर लगने वाले शुल्क को भी हटा दिया है। इसके अलावा, रूस अब चीन से भी ईंधन आयात कर रहा है।
रूसी ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है
रूसी अधिकारियों की ओर से अभी इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, जेलेंस्की का कहना है कि रूस में बढ़ती गैस और ईंधन की कमी यह स्पष्ट करती है कि यूक्रेनी हमले प्रभावी साबित हो रहे हैं। उनका मानना है कि यह रूस पर रणनीतिक दबाव बनाने और युद्ध के मैदान में संतुलन बनाए रखने का महत्वपूर्ण संकेत है।
यूक्रेन की इस नई रणनीति ने रूस की आपूर्ति श्रृंखला को कमजोर किया है और आगामी महीनों में वैश्विक ऊर्जा बाजार पर भी असर डालने की संभावना जताई जा रही है।
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