Vijayadashami:
गिरिडीह। शारदीय नवरात्र के समापन पर विजयादशमी के दिन जिले में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का पारंपरिक विधि से विसर्जन किया गया। जय दुर्गे के उद्घोष, ढोल-ढाक और गाजे-बाजे के बीच हजारों श्रद्धालुओं ने भावपूर्ण विदाई दी। विभिन्न पूजा समितियों द्वारा स्थापित प्रतिमाओं का विसर्जन बरवाडीह मानसरोवर जलाशय में संपन्न हुआ
12 प्रमुख पूजा स्थलों से प्रतिमाओं का विसर्जन
गुरुवार को जिले के लगभग 12 प्रमुख पूजा स्थलों से प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया, जिनमें बरगंडा काली मंडा, श्री श्री आदि दुर्गा मंडा, गांधी चौक दुर्गा मंडा, पचम्बा गढ़मंडा, मोहनपुर और पुराना जेल भवन दुर्गा मंडा शामिल हैं। विसर्जन से पूर्व महिलाओं ने मां दुर्गा को खोइछा देने और सिंदूर लगाने की परंपरा निभाई। महिलाएं एक-दूसरे के साथ सिंदूर खेलकर शुभकामनाएं देती रहीं। भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी और अगले वर्ष पुनः आगमन की कामना की।
सुरक्षा व्यवस्था:
जिला प्रशासन ने संभावित दुर्घटनाओं से निपटने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए। तालाब के आसपास जवान तैनात रहे और एनडीआरएफ की टीम भी सक्रिय रही। झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी देर रात तक मौके पर मौजूद रहे और मां दुर्गा को हाथ जोड़कर विदाई दी।
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