रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव में रांची जिले की सभी सीटों पर दिलचस्प मुकाबला देखने को मिला है। रांची विधानसभा में भाजपा ने निवर्तमान विधायक सीपी सिंह पर फिर भरोसा जताया, तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी एक बार फिर महुआ माजी को सामने किया।
पिछली बार की तरह इस बार भी मुकाबला कड़ा रहा। पिछली बार 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ माजी ने सीपी सिंह को कड़ी टक्कर दी थी। कड़े मुकाबले में सीपी सिंह को महज पांच हजार वोटों से जीत मिली थी।
मतगणना के दौरान अंतिम समय में सीपी सिंह जीत पाए थे। उस समय ही चर्चा शुरू हो गई थी रांची विधानसभा में भी भाजपा को अब टक्कर मिलने लगी है।
पहले कहा जाता था कि रांची विधानसभा से भाजपा से किसी को भी उम्मीदवार बना दे, जीतेगा ही। चर्चा है कि इस बार फिर महुआ माजी रांची से बीजेपी को कड़ी टक्कर दे रही हैं। मुकाबला इतना कड़ा है कि राजनीतिक विश्लेषक भी कुछ नहीं बोल रहे।
सबसे पहले तो कम वोटिंग प्रतिशत ने भी कुछ प्रत्याशियों की चिंता बढ़ा दी है। बीजेपी की चिंता है कि जिन क्षेत्रों में उसके वोटर ज्यादा है, वहां लोग मतदान के लिए कम निकले। यही कारण है कि महज 52 फीसदी वोटिंग के साथ राजधानी रांची पूरे राज्य में फिसड्डी रही।
हालांकि रांची विधानसभा क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में वोटरों की लंबी कतारें दिखीं, जो बीजेपी की टेंशन बढ़ा रही है। सीपी सिंह पांच बार से रांची के विधायक हैं। पिछले चुनाव में ही एंटी इंकमबेंसी की चर्चा थी। इस बार भी ये चर्चा में है।
वोटिंग से दो दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रोड शो रांची में हुआ। इस रोड शो में तस्वीर का रूख रातो रात बदल दिया। रातू रोड के बड़े इलाके में एंटी इंकमबेंसी की बात दिख रही थी, पर मोदी के रोड शो से एक अलग ही करंट पूरे रातू रोड, गाड़ी खाना, किशोरगंज, मधुकम, हरमू रोड और लालपुर तक दौड़ने लगा। बावजूद इसके वोटरों का कम निकलना बीजेपी के लिए तो चिंताजनक है ही।
यहां आमने-सामने का मुकाबला है। महुआ माजी भी पिछले पांच साल से यहां चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। उन्होंने पूरा होम वर्क कर रखा था।वहीं, बीजेपी में तमाम वरिष्ठ नेता समेत खुद सीपी सिंह को भी लग रहा था कि उनकी उम्र और सेहत को देखते हुए शायद अगली बार उन्हें मौका न मिले। पर अंतिम समय में पार्टी में सीपी सिंह पर भी भरोसा जताया। अब 23 नवंबर को ही पता चलेगा कि पार्टी का ये फैसला कितना सही था और कितना गलत।
इसे भी पढ़ें
रांची की सभी सीटों पर मुकाबला रोचक, देखें किस सीट पर कौन भारी