कोलकाता, एजेंसियां। कोलकाता में “नबन्ना अभियान” के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
पश्चिमबंगा छात्र समाज ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर के विरोध में यह अभियान शुरू किया है।
छात्र समाज ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर नबन्ना भवन को घेरने का ऐलान किया है।
बीजेपी ने विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है। वहीं वामपंथी दलों ने इस अभियान से खुद को अलग कर दिया है।
कोलकाता पुलिस ने की बैरिकेडिंड
कोलकता पुलिस ने 6000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए हैं और 19 पॉइंट पर बैरिकेड लगाए गए हैं। नबन्ना भवन के बाहर 3 लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया गया है।
मुख्य सचिव, गृह सचिव, डी़जीपी सुबह से ही नबन्ना भवन में हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी नबन्ना भवन आ सकती हैं।
प्रदर्शनकारियों की 3 मांगे
प्रदर्शन में शामिल एक छात्रों ने कहा कि उनकी सिर्फ 3 मांगे हैं, पहला की इस अभियान को न्याय मिले, दूसरा की अपराधी को मौत की सजा मिले और तीसरा ममता बनर्जी इस्तीफा दें।
क्या है नबन्ना?
दरअसल, 2011 से पहले बंगाल का सचिवालय रायटर्स बिल्डिंग हुआ करता था। साल 2011 में ममता बनर्जी सरकार ने हावड़ा में हुबली नदी के किनारे एक बिल्डिंग को सचिवालय का रूप दिया, जिसे नबान्न नाम दिया गया। नब का मतलब है नया।
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