वन विभाग कर रहा निगरानी
जमशेदपुर। पलामू टाइगर रिजर्व से आया बाघ ‘सम्राट’ अब दलमा वन क्षेत्र को अपना नया घर बना लिया है। पश्चिम बंगाल की यात्रा के बाद पिछले 20 दिनों से वह दलमा के जंगलों में ही रह रहा है। वन विभाग के ट्रैकिंग कैमरे में उसकी नई तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में वह रात के समय बांध के पास घूमता दिखाई दिया।
यहां जंगली जानवर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैः
वन विभाग के अनुसार, दलमा जंगल बाघ के लिए एक आदर्श निवास स्थान है। यहां चीतल, जंगली सूअर, सांभर जैसे जंगली जानवर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, जो बाघ के शिकार के लिए उपयुक्त है। साथ ही कई जल स्रोत भी मौजूद हैं। इन्हीं कारणों से बाघ यहां सहज महसूस कर रहा है।
मानवीय गतिविधियों से दूर इलाके में है बाघः
डीएफओ सबा आलम अंसारी के मुताबिक, वन विभाग बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है। बाघ फिलहाल दलमा के कोर एरिया में है। यह क्षेत्र मानवीय गतिविधियों से दूर है। विभाग बाघ की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहा है।
नए बाघ अभयारण्य के रूप में हो सकता है विकसितः
वन विभाग बाघ को स्थायी रूप से दलमा में बसाने की योजना पर काम कर रहा है। इसके लिए शिकार की संख्या बढ़ाने और जल स्रोतों के संरक्षण पर ध्यान दिया जा रहा है। इन प्रयासों की सफलता से दलमा एक नए बाघ अभयारण्य के रूप में विकसित हो सकता है।
दलमा जंगल वन्यजीवों के लिए अनुकूलः
बाघ की उपस्थिति से साबित होता है कि दलमा जंगल वन्यजीवों के लिए अनुकूल है। वन विभाग की सतर्कता और उचित प्रयासों से यहां बाघों की स्थायी आबादी विकसित की जा सकती है।
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