कई देशों में फैले हैं गिरोह के तार
पटना, एजेंसियां। पटना के कदमकुआं थाना क्षेत्र से गिरफ्तार पाकिस्तान कनेक्शन वाले दो साइबर ठगों के गिरोह की जांच में कटिहार पुलिस जुट गयी है।
जानकारी के अनुसार पश्चिमी चंपारण जौकटिया निवासी नेस्ताक आलम और पूर्वी चंपारण नौरंगिया निवासी ईशा कुमारी की कोलकाता और राजस्थान के गिरोह से भी सांठ-गांठ है।
उसके मोबाइल में कई संदिग्ध नंबर मिले है, जिनकी जांच चल रही है।
पाकिस्तानियों को पासबुक नंबर भेजते थे…
पुलिस के मुताबिक दोनों यहां से ठगी का पैसा राजस्थान और कोलकाता से निकलवाते थे और आगे उस रुपये का क्या होना है, यह वहीं से तय होता था।
हालांकि इस बारे में फिलहाल कोई कुछ भी बता नहीं रहा है। संबंधित आरोपों के बारे में जब डाटा खंगाला गया, तो यह बात सामने आयी कि दोनों आरोपी पाकिस्तान में रहने वाले मुल्तान निवासी के साथ-साथ एक दर्जन से अधिक पाकिस्तानियों को पासबुक नंबर उपलब्ध कराते हैं।
100 से ज्यादा खाते खुलवाये
यह भी पता चला कि ईशा और उसके साथी 10 से 15000 रुपये जमा करके विभिन्न बैंकों में करीब 100 से अधिक खाते खुलवाये हैं।
स्काइप से होती थी बात, ताकि न निकल सके लोकेशन
जानकारी के अनुसार गिरोह के सदस्य वर्चुअल मोबाइल नंबर के अलावा स्काइप एप के माध्यम से बातचीत करते थे।
इससे वे अन्य राज्यों के अलावा दूसरे देशों के लोगों से भी बात करते थे। दोनों के गिरोह में और भी कौन-कौन लोग शामिल हैं, इसके बारे में पूछताछ जारी है। अब तक कई लोगों के नाम सामने आये हैं, उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
व्हाट्एसएप ग्रुप में मिला पाकिस्तानियों का नंबर
बताया जा रहा है कि पटना समेत अन्य जिलों के लोगों को झांसा में लेकर सैकड़ों खाते खुलवाये गये हैं।
इस गिरोह में अन्य देशों के भी कइ ठग शामिल हैं। वाट्सएप ग्रुप को जब खंगाला गया तो इसमें कई पाकिस्तानियों के नंबर मिले हैं, जिनसे हर दिन बात करने की जानकारी मिली है।
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