रांची। छह साल पहले रांची में कुख्यात अपराधी सोनू इमरोज की हत्या डेली मार्केट के पास टैक्सी स्टैंड में दिनदहाड़े कर दी गई थी।
इस हत्याकांड में शामिल फरार एक अपराधी 6 साल बाद राँची पुलिस के हत्थे चढ़ा है। दरअसल रांची के कोतवाली DSP प्रकाश सोय के पास एक फोन आया जिसमें कहा गया कि कुख्यात सोनू इमरोज को मारने वाला गुड्डू और शमशेर रांची में है।
दोनों हिंदपीढ़ी में एक बारात में बाराती बनकर पहुंचे हैं। इस बात की जानकारी डीएसपी ने तुरंत बड़े अधिकारियों को दी।
आला अधिकारियों ने ऑर्डर दिया कि दोनों को पकड़ लिया जाए। इसके बाद DSP प्रकाश सोय ने ने भी नॉर्मल कपड़े पहन लिये और अपनी टीम के साथ बताये गये ठिकाने पर बाराती बनकर पहुंच गये। टीम भी सादे कपड़ों में ही थी।
एक अपराधी भागने में सफल रहाः
मौके पर पहुंची पुलिस ने मोस्ट वांटेड गुड्डू उर्फ मो इमरान को पकड़ लिया। वहीं, उसका साथी शमशेर भागने में सफल रहा।
मो इमरान को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया। DSP प्रकाश सोय ने बताया कि गुड्डू ने कई राज उगले हैं।
गैंगवार में कुख्यात सोनू इमरोज को मारने के बाद गुड्डू और शमशेर कोलकाता में छिपकर बैठे थे। दोनों वहीं से अपना रंगदारी का धंधा चला रहे थे। आज यहां एक शादी में बाराती बनकर पहुंचे थे। जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
4 नवंबर 2018 को हुई थी सोनू इमरोज की हत्याः
कुख्यात सोनू इमरोज चार नंवबर 2018 को गैंगवार में मारा गया था। रांची के डेली मार्केट थाना क्षेत्र में 6 लोगों ने घेर कर उस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी।
खून से लथपथ सोनू को जबतक रिम्स ले जाया गया, तब तक उसने दम तोड़ दिया था। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था।
शमशाद आलम उर्फ चपटा और तबरेज आलम उर्फ चमरा को कोर्ट ने दोषी करार देते हुये उम्रकैद की सजा सुनायी थी। वहीं, एक अन्य आरोपी मो. शकील को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया था।
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