लखनऊ, एजेंसियां। उतर प्रदेश में आने वाले दिनों में किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
बारिश कम होने से सिंचाई के लिए पानी की कमी खड़ी हो सकती है। ऐसे में खेतों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलने की आशंका जताई जा रही है।
शारदा नदी से उत्तर प्रदेश को सिंचाई के लिए मिलने वाला पानी इस समय आधा रह गया है।
बारिश नहीं होने से शारदा का जलस्तर घट गया है। यूपी के दस जिलों में सिंचाई का संकट गहरा गया है। पीलीभीत के शारदा सागर डैम से इन दिनों पानी की यूपी को पूर्ति की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के बरेली, पीलीभीत, सीतापुर, शाहजहांपुर, लखीमपुर-खीरी, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, हरदोई समेत कुल दस जिलों को शारदा नदी से सिंचाई को पानी छोड़ा जाता है।
सर्दियों के मौसम में पानी पर्याप्त रहता है, लेकिन गर्मी पड़ते ही सिंचाई के लिए पानी का संकट गहरा जाता है।
कुछ ऐसा ही हाल इन दिनों भी है। वर्तमान में शारदा नदी में 5272 क्यूसेक पानी है। जबकि हफ्ते भर पहले 5300 क्यूसेक था।
यूपी के इन जिलों में सिंचाई के लिए 11 हजार क्यूसेक पानी की जरुरत होती है। जबकि इस समय छह हजार क्यूसेक ही पानी सप्लाई हो पा रहा है।
हालांकि पीलीभीत के शारदा सागर डैम और नानक सागर डैम नानकमत्ता से बरेली, शाहजहांपुर और लखीमपुर-खीरी के लिए पानी की सप्लाई की जा रही है।
यूपी को शारदा नदी से ही सिंचाई के लिए पानी जाता है। यूपी से 11 हजार क्यूसेक पानी की डिमांड है।
जो कि पूरी करने का प्रयास किया जा रहा है। बारिश नहीं होने से नदी का जलस्तर भी घटा है।
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