अलीगढ़,एजेंसियां: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जल्द ही हॉस्टलों में अवैध रूप से रहने वाले पूर्व छात्रों और बाहरी अवांछनीय तत्वों को बाहर किया जाएगा।
प्रो नईमा खातून ने 22 अप्रैल को कुलपति का पदभार संभालने के दूसरे दिन ही 24 अप्रैल को विवि के सभी हॉस्टलों के प्रोवोस्ट के साथ बैठक कर हॉस्टलों से अवैध कब्जे खाली करवाने व अवांछनीय गतिविधियों पर हर हाल में रोक लगाने का सख्ती से आदेश दिया है।
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बकायदे हॉस्टलों के प्रोवोस्ट के साथ बैठक कर हॉस्टल में छात्रों के अलावा अवैध रूप से रहने वालों की सूची तैयार कर देने का आदेश दिया है।
जिसके बाद हॉस्टलों में अवैध रूप से रहने वालों में खलबली मची हुई है।
एएमयू के कैंपस और हॉस्टलों में आए दिन मारपीट, गोलीबारी और गैरकानूनी गतिविधियों की खबरें आती रहती हैं।
इससे जहां विवि की छवि पर असर पड़ता है, तो वहीं आंतरिक सुरक्षा पर भी सवाल उठते हैं।
कुलपति ने पदभार ग्रहण करने के बाद पठन-पाठन में सुधार के साथ ही विवि की आंतरिक सुरक्षा को बेहतर करने को प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने विवि की कमान संभालने के साथ ही अपनी मंशा भी जाहिर कर दी है।
एएमयू में कुल 20 हॉल में लगभग 60 हॉस्टल हैं। इसमें पांच हॉल छात्राओं के लिए निर्धारित हैं। इन सभी छात्रावासों में लगभग 17 हजार छात्रों के रहने की क्षमता निर्धारित है।
हालांकि वर्तमान में तकरीबन 20 हजार से छात्र रह रहे हैं। नियम के विपरीत छात्रावासों में क्षमता से अधिक छात्रों के रहने पर कई बार सवाल उठ चुके हैं।
इसमें कई बार बाहरी व पूर्व छात्रों के कब्जे होने का मामला सामने आ चुका है।
इस संबंध में प्रॉक्टर प्रो मोहम्मद वसीम अली ने बताया कि कुलपति ने कैंपस के अंदर लॉ एंड आर्डर का पालन और छात्रावासों में बाहरी लोगों को बेदखल कर नए सिरे से आवंटित करने का निर्देश दिया है।
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