Election Commission:
नई दिल्ली, एजेंसियां। चुनाव आयोग (EC) ने अपने पोर्टल और ऐप पर एक नया ‘ई-साइन’ फीचर शुरू किया है। इसके तहत वोटर के रूप में नाम जोड़ने, हटाने या सुधार कराने के लिए आवेदक को आधार से जुड़े फोन नंबर की जरूरत होगी। उसे अपनी पहचान वेरीफाई करनी होगी।
इसके बाद राहुल गांधी ने X पर अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स शेयर करते हुए लिखा- ज्ञानेश जी, हमने चोरी पकड़ी तब आपको ताला लगाना याद आया। अब चोरों को भी पकड़ेंगे। तो बताइए, CID को सबूत कब दे रहे हैं आप?
EC का यह कदम विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट से 6000 से अधिक वोटों को हटाने की कोशिश के आरोपों के बीच आया है।
जानकारी सत्यापित करनी जरूरीः
अब चुनाव आयोग के ecinet पोर्टल पर नया फीचर देखा जा सकता है। पहले आवेदक अपने फोन नंबर को मौजूदा मतदाता फोटो पहचान पत्र (EPIC) नंबर से जोड़कर चुनाव आयोग के ऐप और पोर्टल पर फॉर्म जमा कर सकते थे, बिना यह सत्यापित किए कि जानकारी वास्तव में उनकी है या नहीं।
राहुल ने पहले भी कई बार वोट चोरी के आरोप लगाएः
दरअसल, राहुल गांधी कई बार आरोप लगा चुके हैं कि वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी, वोटों का अवैध जोड़-घटाव और संस्थानों का दुरुपयोग कर चुनाव जीते गए। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने महादेवपुरा और आलंद जैसे इलाकों में इसके उदाहरण भी सामने रखे हैं और आने वाले समय में और भी सबूत जनता को दिखाए जाएंगे।
हाइड्रोजन बम फोड़ने का दावा किया राहुल नेः
राहुल ने 20 सितंबर को कहा था- ‘वह जल्द ही ऐसा सबूत सामने लाने वाले हैं जिससे साबित हो जाएगा कि नरेंद्र मोदी और बीजेपी ने वोट चोरी कर चुनाव जीते।’ राहुल ने इसे “हाइड्रोजन बम” करार दिया और कहा कि उनके पास खुले-और-बंद सबूत हैं।
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