मुंबई, एजेंसियां। अमेजॉन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज पंचायत सीजन 3 की धूम चारो ओर है।
पंचायत का सीजन 2 काफी उदास मोड़ पर खत्म हुआ था। तो सीजन 3 की शुरुआत भी सैड नोट के साथ ही होती है। पूरा सीजन अफरा तफरी में बीतता है।
प्रह्लाद अपने बेटे की मौत के सदमे से उबर नहीं पाए हैं। सचिवजी का तबादला हो गया है। नए सचिव आ गए हैं।
रिंकी सचिवजी से संपर्क साधने की कोशिश करती है लेकिन वह फोन नहीं उठाते। विधायक के दिल में बदले की आग सुलग रही है।
भूषण उर्फ बनराकस की राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गई हैं और वह किसी ना किसी तरह फुलेरा ग्राम पंचायत पर अपना कब्जा करना चाहता है।
जिसके लिए वह कई चालें भी चलता हुआ नजर आ रहा है। अगर हम कहानी की बात करें तो पंचायत के जहां पहले चार एपिसोड उदास रस से सराबोर हैं और इंसान की जिंदगी की कई मजबूरियों और रंग को दिखाते हैं, वहीं पांचवें एपिसोड से प्रधानजी और उनकी टीम का ड्रामा शुरू हो जाता है और वो सब बातें नजर आने लगती हैं जो पंचायत के फैन्स चाहते हैं।
बेशक कहानी थोड़ी स्लो चलती है, लेकिन वेब सीरीज का आखिरी और आठवां एपिसोड सारी कमियों को पूरा कर जाता है।
सीधी सादी पंचायत अंत आते-आते मिर्जापुर में तब्दील हो जाती है। यही नहीं, आखिरी एपिसोड का अंत जब देखेंगे तो हो सकता है आपको 2021 के फेमस बागपत चाट युद्ध की यादें ताजा हो जाएं।
पंचायत सीजन 3 में एक्टिंग की बात करें तो जितेंद्र कुमार सचिवजी के रोल में जमे हैं. नीना गुप्ता और रघुबीर यादव पहले की ही तरह पूरे स्वैग में हैं।
लेकिन प्रधान मंजू देवी पहले से ज्यादा एक्टिव हुई हों। लेकिन सीजन 3 में विधायक का किरदार निभाने वाले पंकज झा ने जोरदार एक्टिंग दिखाई है।
अगर आप पंचायत सीजन 3 मुफ्त में देखना चाहते हैं तो आप इसे अमेजन प्राइम के यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं।
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