पटना, एजेंसियां । बिहार के जमुई जिले में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों द्वारा फर्जी हाजिरी बनाने का मामला सामने आया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ शिक्षक उत्तर प्रदेश समेत अन्य जगहों पर रहते हुए जमुई के स्कूलों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। शिक्षा विभाग ने जांच के बाद तीन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिक्षक मोबाइल को फ्लाइट मोड में डालकर अपनी उपस्थिति ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दर्ज कर रहे थे। इससे वे स्कूल के 500 मीटर दायरे में रहे बिना भी अपनी हाजिरी बना पा रहे थे।
तीन शिक्षकों पर गिरी गाज
जमुई के सोनो प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय कर्माटांड के तीन शिक्षक, बबिता कुमारी, कृष्ण कन्हैया और मो. मुख्तार आलम, जांच में दोषी पाए गए हैं।
इन शिक्षकों पर आरोप है कि उन्होंने फोटो की जालसाजी और अन्य तरीकों से हाजिरी दर्ज की। शिक्षा विभाग के डीपीओ (स्थापना) पारस कुमार ने बताया कि रैंडम जांच में इन शिक्षकों की जालसाजी उजागर हुई।
विभाग ने सात, नौ, 14 और 16-18 दिसंबर की तिथियों के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही, इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इसे भी पढ़ें