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नई दिल्ली, एजेंसियां। टाटा कैपिटल का IPO आखिरकार निवेशकों के लिए खुलने वाला है। लंबे समय से निवेशकों का इंतजार खत्म होने वाला है और रिटेल निवेशक 6 अक्टूबर से इस फाइनेंशियल सेक्टर के सबसे बड़े आईपीओ में हिस्सा ले सकेंगे। वहीं, एंकर निवेशक 3 अक्टूबर से बोली लगा सकेंगे। कंपनी ने शुक्रवार को मार्केट रेगुलेटर सेबी और शेयर बाजार में अपडेटेड रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) जमा करा दिया है।
IPO का आकार और शेयर ऑफर
आईपीओ में 10 रुपये प्रति शेयर फेस वैल्यू के 2.1 करोड़ इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू होगा। इसके अलावा, ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत 2.65 करोड़ शेयर बेचे जाएंगे। OFS में प्रोमोटर टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड 2.3 करोड़ और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IFC) 0.36 करोड़ शेयर बेच सकती है। कुल मिलाकर 47.58 करोड़ शेयरों का लेन-देन होने की संभावना है। वर्तमान में टाटा संस की हिस्सेदारी 88.6 प्रतिशत और IFC की 1.8 प्रतिशत है।
फाइनेंशियल सेक्टर का सबसे बड़ा IPO
टाटा कैपिटल का अनुमानित आईपीओ साइज 17,200 करोड़ रुपये है। कंपनी इस ऑफर के जरिए 16,500 से 17,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। यह अक्टूबर 2024 में हुंडई मोटर इंडिया के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
GMP और शेयर प्रदर्शन
कंपनी ने अभी तक प्राइस बैंड की घोषणा नहीं की है, इसलिए ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) उपलब्ध नहीं है। हालांकि, अनलिस्टेड शेयर लगभग 735 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं, जो अगस्त में 1,125 रुपये के लेवल पर थे।
कंपनी की प्रोफाइल
2007 में स्थापित टाटा कैपिटल 25 से अधिक लेंडिंग प्रोडक्ट्स और 70 लाख से अधिक ग्राहकों को सेवाएं देती है। यह SME, कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत लोन, इंश्योरेंस, क्रेडिट कार्ड, वेल्थ मैनेजमेंट और प्राइवेट इक्विटी फंड्स में भी काम करती है। FY 2025 में कंपनी ने 3,655 करोड़ रुपये का मुनाफा और 28,313 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल किया।
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